इंडस्ट्री की जरूरतों के मुताबिक विद्यार्थियों को इमर्जिंग तकनीकी का विशेषज्ञ बना रहा एकेटीयू

लखनऊ, 20 जनवरी (हि.स.)। डॉ0 एपीजे अब्दुल कलाम प्राविधिक विश्वविद्यालय अपने छात्रों को कोर सब्जेक्ट के अलावा इमर्जिंग तकनीकी में भी विशेषज्ञ बना रहा है, जिससे विद्यार्थी वर्तमान इंडस्ट्री जरूरतों के मुताबिक तैयार हो सकें। इसके लिए शिक्षा से जुड़ी विभिन्न कंपनियों से एमओयू किया गया है। ये कंपनियां विद्यार्थियों को ऑनलाइन ट्रेनिंग करा रही हैं। प्रशिक्षण लेने के बाद छात्र अपने पाठ्यक्रम के अलावा नई तकनीकी को भी सीख रहे हैं। 60 घंटे के ऑनलाइन कोर्स को बीटेक के विद्यार्थियाें के अलावा अन्य विषय के विद्यार्थी भी कर सकते हैं। अब तक कई कंपनियों ने ट्रेनिंग कराया है।

विश्वविद्यालय से पूरे प्रदेश में साढ़े सात सौ से ज्यादा संस्थान संबद्ध हैैं। इनमें इजीनियरिंग, फॉर्मेसी के अलावा अन्य पाठ्यक्रमों की पढ़ाई होती है। संबद्ध संस्थानों में हर साल काफी संख्या में छात्र प्रवेश लेते हैं। इन छात्रों के लिए विश्वविद्यालय ने ऑनलाइन ट्रेनिंग प्रोग्राम का विकल्प दिया है। ट्रेनिंग शिक्षा के क्षेत्र में कार्य करने वाली नामी कंपनियां करा रही हैं। इनमें सॉफ्टप्रो इंडिया, आईबीएम, स्मार्टब्रिज एजुकेशनल सर्विस, काग्नवी, इंफोसिस, वाधवानी फाउंडेशन और इरा फाउंडेशन मुख्य रूप से हैं। इन कंपनियों के विशेषज्ञ छात्रों को ट्रेनिंग देते हैं। यह ट्रेनिंग ऑनलाइन माध्यम से 60 घंटे की होती है। इसे करने पर छात्रों को अतिरिक्त क्रेडिट भी मिलता है।इनकी दी जा रही ट्रेनिंगकंपनियां छात्रों को आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस, कम्प्यूटर लैंग्वेज जावा, बिजनेस एनालिटिक्स, वेब तकनीकी, क्लाउड कम्प्यूटिंग, साइबर सिक्योरिटी जैसे उभरते तकनीकी की ट्रेनिंग दे रही हैं। इन कोर्स को करने से छात्रों को कैंपस प्लेसमेंट में भी लाभ मिल रहा है। कुलपति प्रो0 जेपी पाण्डेय विभिन्न कंपनियों के साथ हुए एमओयू की समीक्षा भी करते हैं। जिससे कि छात्रों को पढ़ाई के साथ ही अतिरिक्त क्रेडिट के कोर्स कर स्किल्ड हो सकें। कुलपति प्रो0 जेपी पाण्डेय का जोर इंटर्नशिप और प्रशिक्षण कार्यक्रम के जरिये छात्रों को सीधे इंडस्ट्री मांग के अनुसार तैयार करने पर है, ताकि उसे रोजगार मिलने में कठिनाई न आये।

हिन्दुस्थान समाचार / उपेन्द्र नाथ राय

   

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