दिवाली और छठ पूजा के लिए पश्चिम रेलवे चला रहा लगभग 200 स्‍पेशल ट्रेनें

-सिर्फ उत्तर प्रदेश और बिहार के लिए लगभग 50 विशेष ट्रेनें शामिल

अहमदाबाद, 28 अक्टूबर (हि.स.)। त्योहारों पर घर जाने की आतुरता के कारण रेलवे स्टेशनों पर उमड़ रही यात्रियों की भीड़ को नियंत्रित करने का रेलवे का प्रयास जारी है। हालांकि लोगों की इस भीड़ के आगे यह व्यवस्था भी ऊंट के मुंह में जीरा समान है। सूरत, वडोदरा, अहमदाबाद समेत राज्य के कई स्टेशनों पर यात्रियों की लंबी कतार देखने को मिल रही है। रेलवे प्रशासन ने ट्रेन में बोगी बढ़ाने से लेकर हर संभव व्यवस्था की है जिससे कि भीड़ नियंत्रित की जा सके।

मुख्य जनसम्पर्क अधिकारी विनीत अभिषेक के अनुसार विभिन्न गंतव्यों के लिए त्‍योहार स्‍पेशल ट्रेनें चलाई जा रही हैं, जिनमें उत्तर प्रदेश और बिहार राज्यों के लिए लगभग 50 विशेष ट्रेनें शामिल हैं। इसके साथ ही भीड़ को देखते हुए प्रमुख स्टेशनों पर भीड़ प्रबंधन के विभिन्न उपाय किए जा रहे हैं। यात्रियों की आवाजाही को सुचारू बनाने के लिए आरपीएफ और जीआरपी कर्मियों की तैनाती बढ़ाई गई। स्थिति पर नजर रखने और संकट प्रबंधन के लिए रेलवे अधिकारी चौबीसों घंटे तैनात हैं

हर साल दिवाली और छठ पूजा के लिए देश भर से बड़ी संख्या में लोग उत्तर प्रदेश और बिहार आते हैं। इस वर्ष पश्चिम रेलवे दिवाली/छठ पूजा के त्यौहारी सीजन के दौरान 200 विशेष ट्रेनें चला रही है। इनमें से लगभग 40 ट्रेनें पश्चिम रेलवे के मुंबई डिवीजन द्वारा विभिन्न गंतव्यों के लिए चलाई जा रही हैं, जिनमें 22 ट्रेनें उत्तर प्रदेश, बिहार, पश्चिम बंगाल और उड़ीसा के लिए हैं। अतिरिक्त विशेष ट्रेनों के संचालन की निगरानी वरिष्ठ अधिकारियों द्वारा मंडल और मुख्यालय स्तर पर की जा रही है, जिसकी योजना भी इसी के अनुरूप बनाई जाती है। इसी तरह, ट्रेनों की प्रतीक्षा सूची की भी वास्तविक समय के आधार पर दैनिक निगरानी की जाती है। ये विशेष ट्रेनें पश्चिम रेलवे से इन गंतव्यों के लिए चलाई जाने वाली नियमित ट्रेनों के अतिरिक्त हैं। उपलब्धता और मांग के अनुसार नियमित ट्रेनों में अतिरिक्त डिब्बे भी जोड़े जाते हैं।

भीड़ की निगरानी और नियंत्रण के लिए सूरत, उधना, वडोदरा, अहमदाबाद समेत बांद्रा टर्मिनस आदि जैसे अधिक आवाजाही वाले स्टेशनों पर अधिकतम कर्मचारियों की तैनाती सुनिश्चित की गई है। इसके अलावा, पश्चिम रेलवे ने मुंबई मंडल के चुनिंदा प्रमुख स्टेशनों पर प्लेटफॉर्म टिकटों की बिक्री पर तत्काल प्रभाव से 8 नवंबर, 2024 तक अस्थायी प्रतिबंध लगा दिया है। ये स्टेशन हैं मुंबई सेंट्रल, दादर, बांद्रा टर्मिनस, बोरीवली, वसई रोड, वापी, वलसाड, उधना और सूरत। इस कदम का उद्देश्य प्लेटफार्मों पर भीड़ को प्रबंधित करना और स्टेशन परिसर के भीतर यात्रियों की सुचारू आवाजाही सुनिश्चित करना है। पश्चिम रेलवे अपने सभी मूल्यवान यात्रियों से अपील करती है कि वे स्टेशनों पर भीड़भाड़ से बचें और केवल वास्तविक यात्रियों को ही ट्रेन के समय के अनुसार स्टेशन परिसर में प्रवेश करें।

विनीत ने बताया कि पश्चिम रेलवे ने इन स्टेशनों पर भीड़ प्रबंधन के समुचित क्रियान्वयन के लिए कई एहतियाती कदम उठाए हैं तथा विभिन्न विस्तृत व्यवस्थाएं की गई हैं। होल्डिंग एरिया उधना और सूरत स्टेशनों पर उपलब्ध हैं। साथ ही, सूरत स्टेशन पर पीएफ नंबर 04 के पास एक नया वेटिंग एरिया बनाया गया है। सूरत से उधना तक दो शिफ्टों में 50 लाइसेंस सहायक तैनात किए जा रहे हैं। प्रमुख स्थानों पर विशेष ट्रेन के बारे में सूचना बैनर/स्टैंडीज़ प्रदर्शित किए गए हैं। उधना में सभी प्रवेश/निकास बिंदुओं पर चौबीसों घंटे चेकिंग स्टाफ़ तैनात किया गया है। दिवाली/छठ पूजा के दौरान बांद्रा टर्मिनस, सूरत और उधना स्टेशनों पर अतिरिक्त भीड़ को देखते हुए कई शिफ्टों में अतिरिक्त टिकट काउंटर और एटीवीएम मशीनों का संचालन किया जा रहा है। वापी और वलसाड स्टेशनों पर टिकट काउंटरों पर अतिरिक्त शिफ्ट संचालित की जा रही हैं।

प्रवेश/निकास बिंदुओं और प्लेटफार्मों पर भीड़ को नियंत्रित करने के लिए आरपीएफ और जीआरपी कर्मियों को चौबीसों घंटे तैनात किया गया है। इसके अतिरिक्त, यात्रियों को मार्गदर्शन देने के लिए हर कोच के गेट पर आरपीएफ/जीआरपी कर्मचारी तैनात किए गए हैं। बेहतर प्रबंधन के लिए, सूरत और उधना स्टेशन परिसर में यात्रियों के लिए एक होल्डिंग एरिया बनाया गया है, ताकि वे जल्दी आने पर आराम से प्रतीक्षा कर सकें। इन क्षेत्रों में पीने के पानी, स्वच्छता सुविधाओं आदि जैसी बुनियादी सुविधाओं से लैस हैं।

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हिन्दुस्थान समाचार / बिनोद पाण्डेय

   

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