विन्ध्याचल मण्डल में कृषि निर्यात को मिलेगी नई दिशा

मण्डलायुक्त की अध्यक्षता में महत्वपूर्ण बैठक सम्पन्न

मीरजापुर, 17 मार्च (हि.स.)। विन्ध्याचल मण्डलायुक्त बालकृष्ण त्रिपाठी की अध्यक्षता में कृषि निर्यात निगरानी समिति की बैठक सोमवार को आयुक्त कार्यालय सभागार में सम्पन्न हुई। बैठक में कृषि निर्यात नीति में हुए संशोधनों, परिवहन अनुदान, ग्लोबल गैप एवं जैविक खेती सर्टिफिकेशन तथा एमआरएल टेस्टिंग के लिए अनुदान पर चर्चा की गई।

सहायक कृषि विपणन अधिकारी डाॅ. अमित यादव ने किसानों, एफपीओ और निर्यातकों को विभिन्न योजनाओं की जानकारी दी। जैविक क्लस्टर, देसी बाजरा, ताजी सब्जियों के क्लस्टर विकसित करने पर जोर दिया गया जिससे किसानों को वित्तीय सहायता का लाभ मिल सके।

मण्डलायुक्त ने बताया कि उत्तर प्रदेश सरकार की ओर से कृषि निर्यातकों को उनके उत्पादों पर परिवहन अनुदान देने की नीति अपनाई गई है। इस संदर्भ में भदोही के निर्यातक शाश्वत पांडेय को पहले ही इसका लाभ मिल चुका है।

बैठक में जीआई उत्पादों जैसे आदम चीनी चावल, बनारसी लंगड़ा आम, बनारसी पान पत्ता, रामनगर भंटा और बनारसी ठंडई के अधिकृत उपयोगकर्ताओं की संख्या बढ़ाने पर जोर दिया गया। मण्डलायुक्त ने उद्यान, कृषि, खाद्य एवं औषधि प्रसाधन विभाग को इन उत्पादों के अधिकृत उपयोगकर्ता बनाने के निर्देश दिए। इससे किसानों को उनके उत्पाद का प्रीमियम मूल्य मिलेगा और कृषि निर्यात को बढ़ावा मिलेगा।

इस अवसर पर संयुक्त विकास आयुक्त रमेश चंद्र, संयुक्त निदेशक कृषि डाॅ. अशोक उपाध्याय, संयुक्त आयुक्त उद्योग वीरेंद्र कुमार, अपर आयुक्त खाद्य एवं औषधि प्रसाधन सहित विभिन्न विभागों के अधिकारी, किसान, एफपीओ और निर्यातक उपस्थित रहे।

हिन्दुस्थान समाचार / गिरजा शंकर मिश्रा

   

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