भाजपा के लोग मन विधान से चलना चाहते हैं  देश : अखिलेश यादव

लखनऊ/दिल्ली, 26 नवंबर(हि.स.)। उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री व समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने मंगलवार को पत्रकारों से बातचीत करते हुए कहा कि देश संविधान से चलना चाहिए, ‘मन-विधान’ से नहीं। भाजपा के लोग मन विधान से देश चलाना चाहते हैं संविधान से नहीं।

सपा अध्यक्ष ने कहा कि संविधान हमारा कर्म ग्रंथ है। संविधान को मानना और उसके दिखाए रास्ते पर चलना ही सबसे बड़ा उत्सव है। ये हर दिन सच्चे मन से निभाने वाला फ़र्ज़ है, कोई दिखावटी सालाना जलसा नहीं। एक तरफ़ भाजपा संविधान को ताक पर रखकर मनमानी करना चाहती है, तो दूसरी तरफ़ दिखावा करना चाहती है। भाजपा का ये राजनीतिक दोहरापन देश और देशवासियों के लिए घातक है। जब संविधान के मान-सम्मान और उसे व्यवहार में लाने के संबंध में हालात बद से बदतर हो रहे हैं, संविधान का हर दिन तिरस्कार-अपमान हो रहा है, ऐसे में उत्सव मनाना हमारे सिद्धांतों के ख़िलाफ़ है।

अखिलेश यादव ने कहा कि संविधान ही संजीवनी है। संविधान हमारी रक्षा करता है। समाजवादी सच्चे संविधानवादी हैं। संविधान ही ढाल है। संविधान है तो सुरक्षा है। संविधान है तो शक्ति है। संविधान ही पीडीए का प्रकाश स्तंभ है।

अखिलेश यादव ने कहा कि संभल में हजारों लोगों को झूठे मुकदमे में फंसाया जा रहा है। वहां के सांसद,विधायक व उनके पुत्र पर मुकदमे लगाये जा रहे हैं। पूरी गलती सरकार की है। सर्वे के खिलाफ नहीं थे। लेकिन सर्वे टीम के पीछे जो नारे लगा रहे थे। क्या उनके खिलाफ कोई कार्यवाई हुई। विपक्ष न जाये वहां पर। वहां पर लोग परेशानी में हैं। वहां इंटरनेट बंद है। कोई जा नहीं सकता। हमारे सभी सांसद संभल जाना चाहते हैं। दोनों को जाने की अनुमति नहीं हैं। अगर हम भी जाना चाहें तो नहीं जा सकते।

हिन्दुस्थान समाचार / बृजनंदन

   

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