अखिल भारतीय किन्नर महासम्मेलन: चाक पूजन हुआ

अखिल भारतीय किन्नर महासम्मेलन: चाक पूजन की हुई रस्मअखिल भारतीय किन्नर महासम्मेलन: चाक पूजन की हुई रस्मअखिल भारतीय किन्नर महासम्मेलन: चाक पूजन की हुई रस्म

अजमेर, 19 फरवरी(हि.स.)। अजमेर में चल रहे अखिल भारतीय किन्नर महासम्मेलन के तहत बुधवार को परम्परागत तरीके से चाक पूजन किया गया। सम्मेलन में 21 तारीख को सवा किलो चांदी का छत्र जय अम्बेमाता मंदिर बजरंगगढ़ चौराहे पर चढ़ाया जाएगा। इसके लिए महासम्मेलन स्थल वैशाली नगर से माता मंदिर तक भव्य शोभा यात्रा निकाली जाएगी। शोभा यात्रा की तैयारी पूरी कर ली गई है। देशभर से किन्नर समाज के सदस्यों का जुटना तेज हो गया है।

किन्नरों की अजमेर स्थित गद्दी की गद्दीपति एवं महासम्मेलन की आयोजक सलोनी बाई ने बताया कि बुधवार को 21 पंडितों के द्वारा विधि विधान से चाक पूजा का आयोजन किया गया। साथ ही किन्नर समाज के सैंकड़ों सदस्यों ने गाजे बाजे के साथ नाचते गाते कलश यात्रा निकाली। कलश यात्रा समारोह स्थल से आनासागर चौपाटी तक गई। उन्होंने बताया कि परम्परा के अनुसार चाक पूजन के साथ कुम्हारों को ढाई तोला सोना व 200 ग्राम चांदी के पायजेब और 11 हजार रुपए की राशि नकद दिए गए। साथ ही अन्य परम्परागत आयोजन जो पूर्वजों के समय से चलते आ रहे हैं वे किए गए।

मुख्य आयोजक सलोनी बाई ने बताया कि महासम्मेलन में अब तक देशभर से हजारों मेहमान एकत्रित हो गए हैं। उन्होंने बताया कि सम्मेलन में महाकलश पूजन का आयोजन एक दिन पूर्व हुआ जिसमें किन्नर समाज के सभी प्रमुख सदस्य और समाज के गुरु शामिल हुए। देश भर से आए किन्नरों ने नृत्य पेश किए और एक दूसरे पर नोट उसारे।

खिचड़ी तुलाई की रस्म में परम्परागत रूप से आयोजित की गई। चांदी की तराजू में मूंग और चावल की तुलाई हुई इसी मूंग चावल की खिचड़ी शाम को तैयार करी देशी घी और बूरे के साथ किन्नर समाज की कुलदेवी श्री बहुचरा मताजी को भोग लगाया गया था। इस कार्यक्रम में मारवाड़ क्षेत्र के किन्नर समाज के सभी पंच पटेलों की उपस्थिति रही। सभी गद्दीपति व समाज के गुरु​ उपस्थित रहे।सभी ने एकता के साथ समाज के साझा समर्पण का संकल्प किया। उन्होंने बताया​ कि सम्मेलन 26 फरवरी तक चलेगा जिसमें प्रतिदिन विभिन्न आयोजन होंगे व रीति रिवाजों को निर्वहन किया जाएगा। पाठकों को बता दें कि यह सम्मेलन 12 साल बाद अजमेर में आयोजित हुआ है। इसका 16 फरवरी को फीता काट कर सम्मेलन स्थल पर किन्नर समाज बंधुओं ने प्रवेश किया था। तब से लगातार सम्मेलन स्थल पर सुबह से लेकर शाम तक देश भर से किन्नर समाज के सदस्यों को आना जाना लगा हुआ है। सम्मेलन स्थल के बाहर अस्थाई बाजार भी सज गया है। दिन भर ढोल व नगाड़ों की थाप गूंजती रहती है। नाचते गाते रस्म निभाते किन्नर समाज के लोग काफी प्रसन्नचित नजर आ रहे हैं।

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हिन्दुस्थान समाचार / संतोष

   

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