नई दिल्ली, 18 दिसंबर (हि.स.)। संसद के दोनों सदनों में बुधवार को गृहमंत्री अमित शाह के बयान पर कांग्रेस और अन्य विपक्षी दलों के नेताओं के हंगामा के चलते कोई कामकाज नहीं हो सका। दोनों सदनों में विपक्ष लगातार गृहमंत्री के बयान को डॉ. आंबेडकर का अपमान बताता रहा और गृहमंत्री से इस्तीफा और माफी की मांग करता रहा। दूसरी ओर सत्ता पक्ष की ओर से आरोप लगाया गया कि कांग्रेस झूठ बोलकर सदन और देश को गुमराह करने की कोशिश कर रही है।
संसद के दोनों सदनों- लोकसभा और राज्यसभा में डॉ. आंबेडकर के मुद्दे पर विपक्षी सदस्यों के लगातार हंगामे के चलते कार्यवाही पहले 02 बजे और बाद में दिनभर के लिए स्थगित कर दी गई। लोकसभा की पूर्वाह्न 11 बजे कार्यवाही शुरू होने पर विपक्षी सदस्य सदन के बीचों-बीच आकर गृहमंत्री के इस्तीफे और माफी की मांग करने लगे। इस पर संसदीय कार्य राज्यमंत्री अर्जुन राम मेघवाल ने कांग्रेस पर डॉ. भीमराव आंंबेडकर का जीते जी अपमान करने का आरोप लगाया। उन्होंने कहा कि कांग्रेस ने कभी उन्हें भारत रत्न नहीं दिया, कभी उनका सम्मान नहीं किया। दूसरी ओर भारतीय जनता पार्टी डॉ. आंबेडकर को बेहद सम्मान देती है। हमारी सरकार के उनकी विरासत को संजोने के प्रयासों के चलते आज देशभर का ध्यान उनके विचारों पर गया है। हमारे लिए वे हमेशा प्रातः वंदनीय और सदैव अनुकरणीय हैं। इसके बाद कार्यवाही 2 बजे तक के लिए स्थगित कर दी गई। लोकसभा की कार्यवाही दोबारा शुरू होने पर विपक्ष का विरोध प्रदर्शन जारी रहा। शोर-शराबे के बीच कुछ मंत्रियों ने कागजात और वक्तव्य सदन में प्रस्तुत किए। हंगामे के चलते कार्यवाही को दिनभर के लिए स्थगित कर दी गयी।
दूसरी ओर राज्यसभा में सुबह संसदीय कार्यमंत्री किरण रिजिजू ने कहा कि कांग्रेस अमित शाह के बयान के एक हिस्से का उपयोग कर देश को गुमराह करने की कोशिश कर रही है। कांग्रेस ने डॉ. अंबेडकर को दो बार हराया है। सभापति जगदीप धनखड़ ने भी मामले में हस्तक्षेप किया। उन्होंने कहा कि डॉ. आंबेडकर हम सबके लिए प्रातः वंदनीय, सदैव आदरनीय और अनुकरणीय हैं। हम सभी के लिए वह बहुत आदरणीय हैं, सदैव आदरणीय हैं और यह प्रसन्नता की बात है कि उनके शिक्षण, उपदेश और देश या विदेश में, जहां भी वे गए, उन्होंने जो प्रभाव छोड़ा, उस पर ध्यान दिया जा रहा है। हंगामा जारी रहने पर कार्यवाही को 02 बजे तक स्थगित कर दिया गया।
कार्यवाही के दोबारा शुरू होने पर संसदीय कार्य मंत्री रिजिजू ने बैंकिंग रेगुलेशन विधेयक और विनियोग विधेयक पर चर्चा कराए जाने का विपक्ष से अनुरोध किया। हालांकि कांग्रेस सदस्य प्रमोद तिवारी और बाद में नेता प्रतिपक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने गृहमंत्री के बयान का मुद्दा उठाया। खरगे ने कहा कि शाह ने डॉ. आंबेडकर का मजाक उड़ाया है। वह कहते हैं कि आंबेडकर की जगह भगवान का नाम लेते तो सात जन्मों तक स्वर्ग जाते। खरगे ने कहा कि भारतीय जनता पार्टी दलित विरोधी सरकार है।
इस पर जगत प्रकाश नड्डा ने कहा कि खरगे सदन को गुमराह करने की कोशिश कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि जीते जी आंंबेडकर का तिरस्कार किया। उन्हें हराने का काम किया। उनकी कोई बात नहीं सुनी और न ही कोई बात मानी। दूसरी ओर सभापति जगदीप धनखड़ ने भी कहा कि बाबा साहब हम सबके लिए पिता समान है। उन्होंने स्वयं दो बार गृहमंत्री का वक्तव्य देखा है। किरण ने रिजिजू ने कहा कि कांग्रेस आंबेडकर का फोटो लेकर ढोंग कर रही है। भाजपा के लिए आंंबेडकर आराध्य हैं और पूजनीय हैं। वहीं कांग्रेस ने कई बार डॉ आंबेडकर का अपमान करने का पाप किया है। इसके बाद हंगामे को बढ़ता देख सभापति ने कार्यवाही को दिनभर के लिए स्थगित कर दिया।
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हिन्दुस्थान समाचार / अनूप शर्मा