कुष्ठ रोग उन्मूलन दिवस पर जागरूकता, स्वास्थ्य कर्मियों ने लिया संकल्प
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- Jan 30, 2025
मीरजापुर, 30 जनवरी (हि.स.)। विश्व कुष्ठ रोग उन्मूलन दिवस के अवसर पर सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र राजगढ़ में गुरुवार को एक महत्वपूर्ण कार्यक्रम का आयोजन किया गया। कार्यक्रम की अध्यक्षता करते हुए सीएचसी अधीक्षक डॉ. संतलाल ने सभी स्वास्थ्य कर्मियों और चिकित्सकों के साथ मिलकर कुष्ठ रोग उन्मूलन के लिए संकल्प लिया। इस दौरान कुष्ठ रोगियों को मुख्य धारा से जोड़ने के लिए किए जाने वाले कदमों पर चर्चा की गई।
कार्यक्रम में जानकारी दी गई कि राष्ट्रपिता महात्मा गांधी की पुण्यतिथि पर 30 जनवरी से लेकर 15 फरवरी तक स्पर्श कुष्ठ जागरूकता अभियान पखवाड़ा चलाया जाएगा। इस अभियान के दौरान, गांव-गांव में कुष्ठ रोग के प्रति जागरूकता फैलाने और कुष्ठ रोगियों की पहचान करके उनका उपचार कर मुख्यधारा से जोड़ने का कार्य किया जाएगा।
डॉ. संतलाल ने इस दौरान उपस्थित सभी लोगों को बताया कि कुष्ठ रोग छुआछूत का रोग नहीं है, यह अनुवंशिक बीमारी भी नहीं है। यह रोग एक जीवाणु से फैलता है और इलाज से पूरी तरह ठीक हो सकता है। सफेद दाग कुष्ठ रोग नहीं है और यह पूर्व जन्म के पाप या अभिशाप का परिणाम नहीं है। कुष्ठ रोग का समय पर इलाज करवाने से विकलांगता से बचा जा सकता है।
उन्होंने बताया कि कुष्ठ रोग के लक्षणों में शरीर पर हल्के लाल या तांबे रंग के दाग-धब्बे, जो संवेदनहीन होते हैं और इनमें खुजली नहीं होती, हाथ-पैर की तंत्रिका तंत्र का मोटा होना, झनझनाहट, तथा उंगलियों का टेढ़ा होना शामिल हैं। ऐसे लक्षण दिखने पर, तुरंत नजदीकी स्वास्थ्य केंद्र पर संपर्क करना चाहिए, क्योंकि कुष्ठ रोग का इलाज संभव है और इसकी जांच एवं दवाइयां सभी सरकारी स्वास्थ्य केंद्रों पर नि:शुल्क उपलब्ध कराई जाती हैं।
इस दौरान डॉ. महेंद्र चौधरी, डॉ. अनूप सिंह, एनएमए रमेश पाल, प्रभात सिंह, नीरज चतुर्वेदी, पंकज शुक्ला, रामजीत यादव सहित सभी स्वास्थ्य कर्मी उपस्थित रहे और इस मुहिम को सफल बनाने के लिए अपने संकल्प को दोहराया।
हिन्दुस्थान समाचार / गिरजा शंकर मिश्रा