यमुना पर सियासत तेज, आआपा और भाजपा पहुंचीं चुनाव आयोग

नई दिल्ली, 28 जनवरी (हि.स.)। आम आदमी पार्टी की ओर से दिल्ली में यमुना के पानी को लेकर हरियाणा सरकार पर लगाए गए आरोपों के बाद सियासत तेज हो गयी है। दोनों दलों के प्रतिनिधिमंडल ने आज इस मुद्दे पर चुनाव आयोग से मुलाकात की। दोनों दलों के नेता एक-दूसरे पर कड़े शब्दों में प्रहार भी करते रहे।

आम आदमी पार्टी का आरोप है कि हरियाणा सरकार यमुना नदी में प्रदूषित जल छोड़ रही है। इससे यमुना में अमोनिया की मात्रा बढ़ रही है। अमोनिया की मात्रा बढ़ने से दिल्ली में जल का संकट पैदा हो सकता है। पार्टी इसको लेकर कड़े शब्दों का प्रयोग कर रही है। दूसरी ओर भाजपा इसे लोकतांत्रिक राजनीति के लिए गंभीर मुद्दा बताते हुए आआपा नेताओं पर झूठे दावे करने का आरोप लगा रही है।

भाजपा का प्रतिनिधिमंडल केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण के नेतृत्व में चुनाव आयोग से मिला। उन्होंने दिल्ली की मुख्यमंत्री आतिशी और पूर्व मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के बयान को खतरनाक बताया और कहा कि उनका गैर-जिम्मेदाराना एवं अनुचित रवैया सीधे तौर पर आदर्श आचार संहिता का उल्लंघन है। वे दिल्ली की जनता के मन में डर का माहौल पैदा कर रहे हैं।

प्रतिनिधिमंडल में केंद्रीय मंत्री भूपेंद्र यादव और हरियाणा के मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी भी शामिल रहे। सीतारमण ने आयोग से मुलाकात के बाद पत्रकारों को बताया कि भाजपा ने चुनाव आयोग के समक्ष सवाल उठाए हैं कि एक पूर्व मुख्यमंत्री और मुख्यमंत्री दूसरे मुख्यमंत्री पर नरसंहार के आरोप कैसे लगा सकते हैं। यह हरियाणा की जनता का अपमान है। हमने चुनाव आयोग से केजरीवाल के चुनाव-प्रचार करने पर प्रतिबंध लगाने की मांग की है।

इससे पहले दिल्ली की मुख्यमंत्री आतिशी पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान के साथ चुनाव आयोग से मिलीं। आयोग से मुलाकात के बाद अतिशी ने कहा कि हमने दिल्ली में पानी के मुद्दे पर चुनाव आयोग से चर्चा की। हमने उन्हें बताया कि यमुना में अमोनिया विशाक्त स्तर तक पहुंच गया है। अगर इसी तरह से प्रदूषित जल दिल्ली को मिलता रहा तो जल शोधन संयंत्र काम करना बंद कर देंगे। दिल्ली की 30 प्रतिशत जनता को पानी नहीं मिलेगा। उन्होंने बताया कि चुनाव आयोग ने हमें आश्वासन दिया है कि हरियाणा के मुख्यमंत्री से मुलाकात के बाद वे दिल्ली के लोगों के हित में जरूरी कदम उठाएंगे।

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