भाजपा ने जम्मू-कश्मीर में औद्योगिक विकास के परिवर्तन पर प्रकाश डाला, हाल की असफलताओं पर चिंता जताई

जम्मू, 10 दिसंबर (हि.स.)। बुधवार को एक विस्तृत प्रेस कॉन्फ्रेंस में भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के प्रवक्ता डॉ. अभिजीत जसरोटिया ने पिछले छह वर्षों में भाजपा के नेतृत्व वाली सरकार के तहत जम्मू-कश्मीर के औद्योगिक क्षेत्र में की गई महत्वपूर्ण प्रगति की सराहना की। उन्होंने पहले की सरकारों के तहत अकुशलता, भ्रष्टाचार और भाई-भतीजावाद से ग्रस्त औद्योगिक परिदृश्य को फिर से जीवंत करने के लिए मजबूत नीतियों और परिवर्तनकारी उपायों को श्रेय दिया।

डॉ. जसरोटिया ने औद्योगिक क्षेत्र के इतिहास को रेखांकित किया और 1970 के दशक में श्रीनगर में एचएमटी प्लांट जैसी ऐतिहासिक परियोजनाओं के साथ विकास की पहली लहर को याद किया। हालांकि उन्होंने कहा कि कुप्रबंधन के कारण जम्मू-कश्मीर उद्योग निगम जैसे प्रमुख संस्थानों का पतन हुआ। पूर्व प्रधान मंत्री अटल बिहारी वाजपेयी के तहत इस क्षेत्र ने पहले औद्योगिक पैकेज के माध्यम से पुनरुद्धार देखा जिसने प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी के तहत आगे के विस्तार के लिए आधार तैयार किया। मोदी सरकार के ऐतिहासिक औद्योगिक पैकेज ने हजारों करोड़ रुपये के निवेश को आकर्षित किया जिससे हजारों नौकरियां पैदा हुईं और क्षेत्र की जीडीपी 1.73 लाख करोड़ रुपये तक बढ़ गई।

इन उपलब्धियों के बावजूद डॉ. जसरोटिया ने उद्योगपतियों और नौकरशाहों के उत्पीड़न का हवाला देते हुए मौजूदा शासन के तहत हाल की चुनौतियों पर चिंता व्यक्त की। उन्होंने कहा जम्मू-कश्मीर के औद्योगिक विकास के लिए अथक परिश्रम करने वाले उन्हीं अधिकारियों को अब गलत तरीके से निशाना बनाया जा रहा है। उन्होंने भाजपा के नेतृत्व वाली प्रगति को कमतर आंकने के खिलाफ चेतावनी दी।

उनकी भावनाओं को दोहराते हुए भाजपा प्रवक्ता जी.एल. रैना ने औद्योगिक निवेश के माध्यम से युवाओं के लिए रोजगार के अवसर पैदा करने में पार्टी की भूमिका पर प्रकाश डाला। उन्होंने उद्योगों और नौकरशाहों को चुनिंदा निशाना बनाने के खिलाफ चेतावनी दी और यह सुझाव देते हुए कि यह जम्मू क्षेत्र को असमान रूप से प्रभावित करता है, जो क्षेत्र के अधिकांश उद्योगों का घर है।

हिन्दुस्थान समाचार / राहुल शर्मा

   

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