आआपा और उनके विधायकों के खिलाफ भाजपा ने दिल्ली की 10 विधानसभा सीटों की चार्जशीट जारी की: विजेंद्र गुप्ता

नई दिल्ली, 10 दिसंबर (हि.स.)। दिल्ली विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष एवं भाजपा की आरोप पत्र समिति के संयोजक विजेंद्र गुप्ता ने आज समिति के सभी सदस्यों की उपस्थिति में दिल्ली की 10 विधानसभा क्षेत्रों की चार्जशीट जारी की। इनमें मादीपुर, बुराड़ी, मॉडल टाउन, मुंडका, कालकाजी, गोकुलपुर, मालवीय नगर, आरके पुरम, नरेला और मोती नगर विधानसभा शामिल हैं।

इस अवसर पर विजेंद्र गुप्ता ने आम आदमी पार्टी (आआपा) के कुशासन के खिलाफ चार्जशीट की नई टैगलाइन ‘दिल्ली सरकार हुई कंगाल, आआपा विधायक मालामाल, शीश महल में केजरीवाल’ भी जारी की।

दिल्ली प्रदेश भाजपा कार्यालय में आयोजित संवाददाता सम्मेलन में चार्जशीट जारी करते हुए विजेंद्र गुप्ता ने बताया कि दिल्ली भाजपा की ओर से दिल्ली की सभी 70 विधानसभा क्षेत्रों में पार्टी द्वारा विशेष सर्वे किया गया, क्षेत्रीय लोगों से बातचीत की गई, क्षेत्र की समस्याओं का अध्ययन किया गया और क्षेत्रीय विधायक के बारे में लोगों की रायशुमारी के बाद सभी 70 विधानसभाओं की चार्जशीट बनाई जा रही है, जिन्हें बारी-बारी से जनता के सामने जारी किया जाएगा। तैयार की गई इन्हीं 70 विधानसभाओं की चार्जशीटों में से 10 विधानसभाओं की चार्जशीट आज गुप्ता ने जारी की। इस संवाददाता सम्मेलन में आरोप पत्र समिति के संयोजक विजेंद्र गुप्ता के साथ रमेश बिधूड़ी, आरपी सिंह, कपिल मिश्रा, राजा इकबाल सिंह, ऋचा पांडे मिश्रा, आरती मेहरा, गुलशन विरमानी और सुनीता कांगरा भी उपस्थित रहे ।

विजेंद्र गुप्ता ने आम आदमी पार्टी पर जोरदार हमला बोलते हुए कहा कि आम आदमी पार्टी जनता के सवालों का सामना नहीं कर पा रही है। भ्रष्टाचार के आरोपों में चारों ओर से घिर चुकी ‘आम आदमी पार्टी’ के नेता इतना घबरा चुके हैं कि बौखलाहट के चलते अपने ही विधायकों पर भरोसा नहीं कर पा रहे हैं और इसीलिए उनकी टिकट काटकर दूसरे नेताओं को दे रहे हैं। गुप्ता ने कहा कि 62 सीटों वाली आम आदमी पार्टी ने अब तक 31 सीटों पर अपने प्रत्याशी घोषित कर दिये हैं।

गुप्ता ने आरोप लगाया कि मौजूदा विधायकों ने अपने क्षेत्र में कोई काम नहीं किया, क्षेत्र की जनता से भागते रहे, अपने निर्वाचन क्षेत्र से गायब रहे और इसीलिए पार्टी की नजर में ये सभी नाकारा और नाकाम साबित हो चुके हैं ।

विजेंद्र गुप्ता ने कहा कि आम आदमी पार्टी के बाकी विधायकों की बात तो छोड़िए, आआपा की ‘झूठी शिक्षा क्रांति’ के तथाकथित जनक और पूर्व उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया तक को अपनी असफलताओं को छुपाने और क्षेत्रीय जनता के प्रति जवाबदेही से बचने के लिए अपनी सीट तक बदलनी पड़ गई। सिसोदिया को ‘भगोड़ा विधायक’ की संज्ञा देते हुए गुप्ता ने कहा कि सिसोदिया ने अपने क्षेत्र पटपड़गंज में कोई काम नहीं किया। यहां की जनता के सवालों से बचने के लिए उन्होंने अपनी सीट बदलकर जंगपुरा से चुनाव लड़ने का फैसला किया। गुप्ता ने कहा कि यदि सिसोदिया ने सच में कुछ काम किया होता तो आज यह नौबत नहीं आती। उन्होंने कहा कि आआपा अपने जिस नेता को ‘शिक्षा क्रांति का जनक’ कहती रही, उन्हीं के राज में दिल्ली के स्कूलों में 9वीं और 11वीं कक्षा में 3 लाख बच्चों को फेल कर दिया गया, 29 प्रतिभा विद्यालय बंद कर दिए गए और स्कूलों की संख्या घटा दी गई। उन्होंने सिसोदिया पर तंज कसते हुए कहा कि शिक्षा पर ध्यान देने की बजाय सिसोदिया ने ‘शराब नीति’ को क्रियान्वित करने की तरफ अपना ध्यान लगाया और करोड़ों रुपये का भ्रष्टाचार किया और इसीलिए एक साल तक उन्हें जेल में रहना पड़ा।

उन्होंने कहा कि ‘आआपा' अब ‘धोखाधड़ी पार्टी’ बन चुकी है। विकास के नाम पर इन्होंने जितनी भी योजनाएं तैयार कीं, सभी में हजारों करोड़ का भ्रष्टाचार किया। दिल्ली की जनता की समस्याओं की अनदेखी की और अपने 10 साल के कुशासन में दिल्ली के हालात बद से बदतर बना दिये। अब समय आ गया है की दिल्ली का बागडोर नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में भारतीय जनता पार्टी को सौंपे ताकि भाजपा के ‘सबका साथ, सबका विकास और सबका विश्वास’ के संकल्प को डबल इंजन की सरकार के साथ पूरा किया जा सके।

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हिन्दुस्थान समाचार / माधवी त्रिपाठी

   

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