बैरेकपुर मेट्रो प्रोजेक्ट : सर्वेक्षण का काम फिर शुरू

कोलकाता, 6 जनवरी (हि.स.) । लंबे इंतजार के बाद बैरकपुर मेट्रो परियोजना में नई उम्मीद की किरण दिखाई दी है। सांसद पार्थ भौमिक ने इस परियोजना की प्रगति जानने के लिए पहले ही रेल मंत्री को पत्र लिखा था। इस परियोजना को कल्याणी एम्स तक विस्तारित करने की मांग की गई है। इसके मद्देनजर मेट्रो रेल प्रशासन ने फिर से सर्वेक्षण का काम शुरू कर दिया है।

यह रेल परियोजना 2010 में प्रस्तावित हुई थी। परियोजना के अनुसार, मेट्रो लाइन 12.50 किलोमीटर (7.77 मील) लंबी होगी, जो बराहनगर से बैरकपुर तक जाएगी। यह मेट्रो बीटी रोड के रास्ते चलेगी। इस परियोजना के लिए केंद्र सरकार ने 2069 करोड़ रुपये स्वीकृत किए थे। बराहनगर से बैरकपुर के रास्ते में दो पुरानी पाइपलाइनों को हटाकर 64 इंच की दो नई पाइपलाइनें बिछाने के लिए कोलकाता नगर निगम और रेल विकास निगम लिमिटेड (आरवीएनएल) के बीच एक समझौता हुआ था।

ब्रिटिश काल में गंगा नदी से पानी लाकर उसे टाला टैंक तक पहुंचाने के लिए बीटी रोड के नीचे पाइपलाइन बिछाई गई थी। बीटी रोड के नीचे टाला-पलता जल परियोजना की छह पाइपलाइनें मौजूद हैं। इन्हीं पाइपलाइनों की वजह से मेट्रो परियोजना अटकी हुई है।

सूत्रों के अनुसार, निर्माण कंपनी नगर निगम के इंजीनियरों की निगरानी में पाइपलाइनों को हटाकर उनकी पुनर्स्थापना करेगी। नगर निगम के सूत्रों का कहना है कि उस मार्ग के नीचे पेयजल की चार मुख्य पाइपलाइनें हैं, जिनमें से 72 इंच व्यास की एक बड़ी पाइपलाइन को हटाना सबसे कठिन काम माना जा रहा है। हालांकि, मेट्रो रेल प्राधिकरण का कहना है कि आधुनिक तकनीक की मदद से यह संभव है।

कोलकाता नगर निगम में भी इस प्रस्ताव पर चर्चा शुरू हो गई है। मेयर फिरहाद हाकिम ने कहा है कि सभी पहलुओं की गहन जांच के बाद ही अंतिम निर्णय लिया जाएगा। अगर कोई भी पाइपलाइन क्षतिग्रस्त होती है, तो कोलकाता की जलापूर्ति बाधित हो सकती है। इसीलिए पूरी सावधानी बरतते हुए निर्णय लिया जाएगा।

हिन्दुस्थान समाचार / ओम पराशर

   

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