गुवाहाटी, 10 नवंबर (हि.स.)। असम प्रदेश कांग्रेस कमेटी (एपीसीसी) के अध्यक्ष भूपेन कुमार बोरा ने असम में शांतिपूर्ण लोकतांत्रिक माहौल को नष्ट करके सत्ता हथियाने की कोशिश करने के लिए भाजपा सरकार की कड़ी निंदा की है। आज एक बयान में बोरा ने कहा कि कुछ भाजपा के गुंडे पिछले कुछ समय से सामागुरी विधानसभा क्षेत्र में कांग्रेस समर्थकों पर हमले कर रहे हैं। ताजा हमला रविवार सुबह 11 बजे कांग्रेस उम्मीदवार तंजील हुसैन पर किया गया। उन्होंने कहा कि सरकार राज्य में कानून-व्यवस्था बनाए रखने में विफल रही है।
उन्होंने कहा कि अब सामागुरी में कोई पुलिस नहीं है। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री को देश के आम लोगों को उनके संवैधानिक अधिकारों से वंचित करने का कोई अधिकार नहीं है। प्रदेश अध्यक्ष ने कहा कि अगर चुनावी हिंसा को नियंत्रित नहीं किया जा सका तो कांग्रेस मुख्यमंत्री डॉ. हिमंत बिस्व सरमा के खिलाफ बड़े पैमाने पर आंदोलन शुरू करेगी।
वहीं, पीपीसीसी मीडिया विभाग के अध्यक्ष बेदब्रत बोरा ने मुख्यमंत्री डॉ. हिमंत बिस्व सरमा से धृतराष्ट्र की भूमिका न निभाने का आग्रह किया। बोरा ने एक बयान में कहा कि मुख्यमंत्री ने सोशल मीडिया पर बरहमपुर के विधायक जीतू गोस्वामी पर हमले की निंदा की है, लेकिन साथ ही गोलीबारी में घायल कांग्रेस कार्यकर्ताओं के प्रति सहानुभूति नहीं जताई है।
सीएम ने कांग्रेस विधायक शिवमणि बोरा, आफताबुद्दीन मोल्ला, अब्दुस स्वाहान और तंजील हुसैन सहित कई कांग्रेस नेताओं पर हुए हमले को न देखने का नाटक किया है। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री संवैधानिक पद पर रहते हुए एकतरफा दृष्टिकोण के साथ समान अधिकारों के खिलाफ आचरण कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि आम लोग अब सामाजिक न्याय खो चुके हैं। बोरा ने उम्मीद जताई कि लोग 2026 के विधानसभा चुनावों में मुख्यमंत्री की अलोकतांत्रिक गतिविधियों का सही हिसाब देंगे।
हिन्दुस्थान समाचार / श्रीप्रकाश