
शिमला, 16 मार्च हिमाचल प्रदेश के पुलिस महानिदेशक अतुल वर्मा ने बिलासपुर जिले में पूर्व कांग्रेस विधायक बम्बर ठाकुर पर हुई फायरिंग की घटना की जांच के लिए एक विशेष जांच दल (एसआईटी) का गठन किया है। यह टीम थाना सदर बिलासपुर में दर्ज एफआईआर के तहत भारतीय न्याय संहिता की धारा 109, 3(5) बीएनएस और 25 आर्म्स एक्ट 1959 के अंतर्गत मामले की गहन जांच करेगी।
डीजीपी द्वारा जारी आदेश के अनुसार एसआईटी की अध्यक्षता मंडी की कमांडेंट व डीआईजी सौम्या संबासिवन करेंगी। अन्य सदस्यों में बिलासपुर के पुलिस अधीक्षक (एसपी) संदीप धवाल, घुमारवीं के उप पुलिस अधीक्षक (डीएसपी) चन्द्र पॉल और थाना सदर, बिलासपुर के एसएचओ हरनाम सिंह शामिल हैं।
पुलिस मुख्यालय शिमला में तैनात अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक (एडीजीपी) ज्ञानेश्वर सिंह को एसआईटी के कार्यों की निगरानी करने की जिम्मेदारी सौंपी गई है। आदेश में यह भी स्पष्ट किया गया है कि एसआईटी इस मामले की पेशेवर और निष्पक्ष जांच सुनिश्चित करेगी, जिससे न्यायिक प्रक्रिया को गति मिले।
आदेश के अनुसार एसआईटी को निर्देश दिए गए हैं कि वे इस मामले की विस्तृत और निष्पक्ष जांच करें तथा समय-समय पर पुलिस मुख्यालय को जांच की प्रगति से अवगत कराएं।
दरअसल बीते शुक्रवार को होली के मौके पर बिलासपुर में पूर्व विधायक बंबर ठाकुर पर कुछ अज्ञात बदमाशों ने ताबड़तोड़ गोलियां चला दीं। यह हमला तब हुआ जब वे अपने आवास पर मौजूद थे। अचानक वहां पहुंचे चार हमलावरों ने उन पर गोलियां बरसानी शुरू कर दीं। इस हमले में बंबर ठाकुर और उनके निजी सुरक्षा अधिकारी गंभीर रूप से घायल हो गए।
गोली लगने के बाद बंबर ठाकुर को तुरंत इलाज के लिए शिमला स्थित इंदिरा गांधी मेडिकल कॉलेज (आइजीएमसी) अस्पताल में भर्ती कराया गया। डॉक्टरों के अनुसार उनकी हालत अब खतरे से बाहर है। दूसरी ओर उनका पीएसओ गंभीर रूप से घायल हुआ है और उसकी हालत नाजुक बनी हुई है।
घटना की सूचना मिलते ही मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू आईजीएमसी पहुंचे और बंबर ठाकुर से मुलाकात कर उनका हालचाल जाना। मुख्यमंत्री ने पुलिस प्रशासन को निर्देश दिए कि आरोपियों को जल्द से जल्द गिरफ्तार किया जाए और घटना की गहराई से जांच हो।
बंबर ठाकुर पर हुए हमले का सीसीटीवी फुटेज भी सामने आया है। इसमें चार हमलावर नजर आ रहे हैं जो गोली चलाने के बाद वहां से भाग जाते हैं। हालांकि अभी तक उनकी स्पष्ट पहचान नहीं हो पाई है लेकिन पुलिस ने जांच तेज कर दी है। प्रारंभिक जांच में यह खुलासा हुआ है कि हमलावर हरियाणा के रहने वाले हैं।
बिलासपुर पुलिस ने उस गाड़ी को अपने कब्जे में ले लिया है जिससे हमलावर गोलीबारी के बाद फरार हुए थे। इस गाड़ी के ड्राइवर सहित पांच लोगों को भी हिरासत में लेकर पूछताछ की जा रही है। पुलिस को संदेह है कि वह हमलावरों के बारे में महत्वपूर्ण जानकारी दे सकता है।
घटनास्थल पर की गई फॉरेंसिक जांच से पता चला है कि गोलीबारी के दौरान 12 नहीं बल्कि 22 से 24 राउंड फायरिंग हुई थी। इससे साफ जाहिर होता है कि हमलावर पूरी तैयारी के साथ आए थे और उनकी मंशा किसी बड़ी वारदात को अंजाम देने की थी।
हमले में इस्तेमाल किए गए हथियारों को पुलिस ने मंडी के चक्कर क्षेत्र से बरामद कर लिया है। इसके अलावा हमलावरों की तलाश के लिए पुलिस मंडी और कुल्लू जिलों में विशेष अभियान चला रही है। इसके लिए मंडी पुलिस की भी मदद ली जा रही है। एसपी बिलासपुर संदीप धवल ने बताया कि हमलावरों की तलाश जारी है और पड़ोसी ज़िलों की पुलिस की भी मदद ली जा रही है।
बता दें कि यह पहला मौका नहीं है जब बंबर ठाकुर पर हमला हुआ है। एक साल पहले भी उन पर जानलेवा हमला हुआ था। उन्होंने कई बार अपनी जान को खतरा बताया था। उन्होंने आरोप लगाए थे कि कुछ लोग उनकी हत्या की साजिश रच रहे हैं।