मुर्शिदाबाद हिंसा और शिक्षकों की नौकरी गंवाने के मुद्दे पर भाजपा समर्थकों और पुलिस के बीच झड़प

कोलकाता, 22 अप्रैल (हि. स.)।हुगली ज़िले के चंदननगर स्थित डीएम कार्यालय के बाहर मंगलवार को उस समय तनाव फैल गया, जब मुर्शिदाबाद हिंसा और शिक्षक भर्ती रद्द होने के विरोध में प्रदर्शन कर रहे भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के कार्यकर्ताओं की पुलिस से झड़प हो गई।

राज्य भाजपा अध्यक्ष सुकांत मजूमदार के नेतृत्व में बड़ी संख्या में कार्यकर्ता प्रदर्शन कर रहे थे। वे दो बैरिकेड तोड़कर आगे बढ़ गए, लेकिन तीसरे बैरिकेड पर पुलिस से उनकी तीखी झड़प हुई।

प्रदर्शनकारियों का आरोप है कि राज्य सरकार की विफलताओं के चलते हाल ही में मुर्शिदाबाद में हिंसा भड़की और करीब 26 हजार शिक्षकों और शिक्षकेतर कर्मचारियों की नौकरियां चली गईं।

सुकांत मजूमदार ने चंदननगर में सभा को संबोधित करते हुए कहा कि राज्य में स्कूल सेवा आयोग की ग़लत भर्ती प्रक्रिया के कारण हज़ारों शिक्षक बेरोज़गार हो गए हैं। मुख्यमंत्री ममता बनर्जी को नैतिक जिम्मेदारी लेते हुए इस्तीफ़ा देना चाहिए। उनके नेतृत्व में पश्चिम बंगाल में हर क्षेत्र में भ्रष्टाचार फैल चुका है।

उन्होंने कहा कि राज्य सरकार न तो नौकरी सुरक्षित रख पा रही है और न ही क़ानून-व्यवस्था को नियंत्रण में रख पा रही है। प्रदर्शनकारियों ने मुख्यमंत्री के खिलाफ नारेबाज़ी भी की।

इधर, कोलकाता के एस्प्लेनेड इलाक़े में 'हिंदू सुरक्षा मंच' के कार्यकर्ताओं ने भी मुर्शिदाबाद हिंसा के खिलाफ रैली निकाली।

उल्लेखनीय है कि अप्रैल की शुरुआत में वक्फ अधिनियम को लेकर भड़की हिंसा में एक पिता-पुत्र समेत कम से कम तीन लोगों की मौत हो गई थी, जबकि अब तक 280 से अधिक लोगों की गिरफ्तारी हो चुकी है।

हिन्दुस्थान समाचार / ओम पराशर

   

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