बेरी में चैत्र नवरात्र मेला 30 से, श्रद्धालुओं को बिना बाधा होंगे देवी के दर्शन

मेला परिसर में सुरक्षा के दृष्टिगत लगेंगे सीसीटीवी

-बेरी स्थित माता भीमेश्वरी देवी मंदिर में 3 से 5 अप्रैल तक आयोजित होगा मुख्य मेला

झज्जर, 19 मार्च (हि.स.)। डीसी प्रदीप दहिया की अध्यक्षता में बुधवार को धर्मनगरी बेरी में लगने वाले माता भीमेश्वरी देवी मेला को लेकर अधिकारियों की बैठक आयोजित हुई। जिसमें डीसी ने 30 मार्च से शुरू हो रहे नवरात्र मेला की तैयारियों को लेकर आवश्यक दिशा निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि माता भीमेश्वरी देवी दर्शन के लिए देश के कोने- कोने से लाखों श्रद्धालु दर्शन के लिए आते हैं। श्रद्धालुओं को किसी प्रकार की असुविधा नहीं होनी चाहिए।

बैठक के दौरान डीसी ने 3 अप्रैल से 5 अप्रैल तक लगने वाले चैत्र नवरात्र मुख्य मेला के दौरान बेरी आने वाले श्रद्धालुओं की सुविधा के लिए आवश्यक प्रबंधों को लेकर विभागीय अधिकारियों के साथ विस्तार से समीक्षा की। बैठक में डीसीपी लोगेश कुमार पी व एडीसी सलोनी शर्मा भी उपस्थित रहीं। इस बीच एसडीएम बेरी रेणुका नांदल ने डीसी को मेला की तैयारियों के बारे में बताया कि इस बार मुख्य मेला 3 से 5 अप्रैल को होगा।

डीसी ने कहा कि बेरी मेला में षष्टि, सप्तमी और अष्टमी के दिन मां भीमेश्वरी देवी के दर्शनों के लिए श्रद्धालुओं की भारी भीड़ उमड़ती है। ऐसे में मेला के पिछले अनुभवों के आधार पर श्रद्धालुओं का अनुमान लगाते हुए मेला परिसर में सुरक्षा व अन्य मूलभूत सुविधाओं को लेकर गंभीरता से कार्य करें। मेले में सुरक्षा की दृष्टि से सीसीटीवी कैमरे जरूरत अनुरूप लगाना सुनिश्चित हो। उन्होंने कहा कि मेला में ड्यूटी करने का जिम्मा सौभाग्य की बात है, ऐसे में सभी अधिकारी और कर्मचारी इस कार्य को केवल सरकारी ना मानकर सेवा भाव से निर्वहन करें।

उन्होंने मेला परिसर में ड्यूटी देने वाले कर्मचारियों के पहचान पत्र, पार्किंग, सुरक्षा, पीने के पानी, रात्रि के समय रोशनी के इंतजाम, स्वास्थ्य सुविधाएं, अस्थाई शौचालय, सीसीटीवी, माइक सर्विस, अग्निशमन सेवाएं आदि इंतजामों पर विस्तार से चर्चा करते हुए संबंधित विभागों के अधिकारियों को निर्देश दिए। मेला के दौरान तहबाजारी, मुण्डन के लिए शुल्क निर्धारण आऔर अत्यधिक भीड़ वाले दिनों की पहचान करने को कहा उन्होंने बताया कि श्रद्धालुओं की उमडऩे वाली भीड़ को लेकर कानून व्यवस्था बनाए रखने के लिए ड्यूटी मजिस्ट्रेट भी नियुक्त किए जाएंगे। उन्होंने कहा कि व्यवस्था करते समय यह ध्यान रखा जाए कि धर्मनगरी बेरी के मेले में पहुंचने वाले किसी भी श्रद्धालु माता के दर्शन करने व आवागमन में कोई भी परेशानी न हो।

उन्होंने स्पष्ट किया कि मेला के दौरान लगने वाले भंडारों में डस्टबिन अनिवार्य होना चाहिए, बगैर डस्टबिन के चालान किया जाना सुनिश्चित होगा। साथ ही सिंगल यूज प्लास्टिक पर पूरी तरह पाबंधी रहेगी। जिसके चलते स्टील बर्तन का उपयोग किया जाए। उन्होंने स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों को मंदिर परिसर में नवरात्र से ही मेडिकल यूनिट स्थापित करने के निर्देश दिए। साथ श्रद्धालुओं के जरूरत अनुसार टोकन सुविधा बढ़ाई जाए।

बेरी मेला की तैयारियों को लेकर डीसी ने दिए यह निर्देश

1. श्रद्धालुओं की सुविधा के लिए समुचित पार्किंग बनाई जाए।

2. मेले की निगरानी के लिए सीसीटीवी कैमरे लगाए जाएं।

3. मेला परिसर में लगने वाले झूलों का इंस्पेक्शन करेगी तकनीकी टीम।

4. चार जॉन में बंटेगी सफ़ाई व्यवस्था,परिसर होगा साफ सुथरा।

5. श्रद्धालुओं के लिए पंचम नवरात्र से बस स्टैंड के साथ से शुरू होगी जिग जैग व्यवस्था।

6. मेला में श्रद्धालुओं के लिए होगी अतिरिक्त टॉयलेट व्यवस्था।

7. मेले के दौरान किसी प्रकार की जरूरत के चलते प्राथमिक उपचार के लिए स्वास्थ्य विभाग की टीम रहेगी मौजूद।

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हिन्दुस्थान समाचार / शील भारद्वाज

   

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