केंद्रीय गृह राज्य मंत्री बंदी संजय ने मुख्यमंत्री रेड्डी की विदेश यात्रा पर साधा निशाना
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- Apr 21, 2025

- मुख्यमंत्री को अपने मंत्रियों को निर्देश देना चाहिए कि वे किसानों की मदद करेंः बंदी संजयहैदराबाद, 21 अप्रैल (हि.स.)। केंद्रीय गृह राज्य मंत्री बंदी संजय कुमार ने कहा कि जब राज्य में अकाल वर्षा और ओलावृष्टि के कारण हजारों एकड़ फसलें नष्ट हो चुकी हैं और किसान गहरे संकट में हैं। ऐसे में मुख्यमंत्री रेवंत रेड्डी जापान यात्रा के नाम पर विदेश चले गए हैं।
केंद्रीय गृह राज्य मंत्री बंदी संजय ने इस कदम पर सवाल उठाते हुए कम से कम मंत्रियों को निर्देश देने की मांग की ताकि वे संकटग्रस्त किसानों की मदद कर सकें।
उन्होंने दोहराया कि पुराने शहर शनिवार देररात तक वक्फ संशोधन विधेयक के विरोध में हुई जनसभा नि:संदेह कांग्रेस द्वारा प्रायोजित थी। उन्होंने आरोप लगाया कि वक्फ संपत्तियों के बड़े लुटेरे इस सभा में इकट्ठा हुए और भाजपा पर ज़हर उगला। बंदी संजय ने कहा कि मजलिस नेता ज़हरीले सांपों से भी अधिक खतरनाक हैं- वे मुस्लिमों से प्रेम का नाटक कर रहे हैं, लेकिन वक्फ की संपत्तियों को लूटकर उन्हें झोपड़ पट्टियों में धकेल रहे हैं।
आज पीड़ापल्ली जिले में मीडिया को संबोधित करते हुए उन्होंने कांग्रेस और मजलिस पार्टियों के रवैये की तीखी आलोचना की। उन्होंने कहा कि दारुस्सलाम में मजलिस द्वारा आयोजित जनसभा पूरी तरह से कांग्रेस प्रायोजित थी। रेवंत रेड्डी की सरकार ने इसके योजनाकार, क्रियान्वयनकर्ता और वित्तपोषक की भूमिका निभाई।
वक्फ संपत्तियों को लूटने वाले सभी बड़े चोर एक साथ आए ताकि मुस्लिम समुदाय को गुमराह कर सकें। जैसे ज़हरीले सांप होते हैं, वैसे ही ये मजलिस नेता मुस्लिमों से झूठा प्रेम दिखाकर वक्फ संपत्तियों को हड़प रहे हैं और उन्हें गंदगी में धकेल रहे हैं- वे और भी खतरनाक हैं।
बंदी संजय ने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की सराहना करते हुए उन्हें अंबेडकर का सच्चा उत्तराधिकारी बताया। उन्होंने संसद में मोदी के उस बयान का हवाला दिया जिसमें उन्होंने कहा था कि वह अंबेडकर की आरक्षण की वजह से प्रधानमंत्री बने। उन्होंने कहा कि मोदी लगातार अंबेडकर के विचारों को साकार करने के लिए प्रयास कर रहे हैं और वंचित वर्गों के उत्थान के लिए कई योजनाएं चला रहे हैं। उन्होंने यह भी बताया कि मोदी ने अंबेडकर की विरासत को अमर करने के लिए हर प्रयास जारी है। बंदी ने कहा कि भाजपा ही वह सच्ची पार्टी है जो दलितों और पिछड़े वर्गों को सशक्त बना रही है, जबकि ओवैसी को अंबेडकर का नाम लेने का भी अधिकार नहीं है।
बंदी संजय ने वक्फ संशोधन विधेयक का विरोध कर रहे नेताओं से पूछा, “केंद्रीय वक्फ परिषद (सीडब्ल्यूसी) की रिपोर्ट के अनुसार देश में 8 लाख एकड़ से अधिक वक्फ संपत्तियां हैं, जिनकी कीमत 10 लाख करोड़ से अधिक है। क्या यह सच नहीं है कि इनमें से आधे से अधिक पर वक्फ बोर्डों के नाम पर कब्जा कर लिया गया है? इन संपत्तियों से सालाना 12,000 करोड़ से अधिक की आय होती है- क्या आप ही लोग वह पैसा नहीं हड़प रहे?”
गृह राज्य मंत्री ने पूछा- “क्या तमिलनाडु में 2,000 करोड़ की वक्फ संपत्तियां आपने नहीं हड़पीं? क्या आपने अन्य धर्मों के मंदिरों, गुरुद्वारों और संपत्तियों पर कब्जा नहीं किया? क्या यह सच नहीं कि स्वतंत्रता सेनानियों की स्मारकों, मंदिरों और गुरुद्वारों की जमीनों को वक्फ घोषित कर कब्जा किया गया है?”
“क्या यह सच नहीं है कि आपने तमिलनाडु के 1,500 साल पुराने प्राचीन मंदिर की भूमि को वक्फ जमीन बताया? क्या हरियाणा में गुरुद्वारे की भूमि पर कब्जा नहीं किया गया? क्या कर्नाटक में लिंगायत किसानों की कृषि भूमि और केरल में ईसाई मछुआरों की भूमि को भी वक्फ बताया गया?”
“तेलंगाना में 77,000 एकड़ वक्फ भूमि है- क्या यह सच नहीं है कि उसमें से 80 % जमीन पर आपका कब्जा है? क्या यह भी सच नहीं है कि ओवैसी परिवार, मजलिस नेता और तथाकथित वक्फ बोर्ड सदस्य उन जमीनों पर अस्पताल, शैक्षणिक संस्थान और व्यवसाय चला रहे हैं और करोड़ों का व्यापार कर रहे हैं?”
बंदी संजय ने सवाल किया, “क्या आपने इन 77,000 एकड़ जमीनों में से एक गज भी किसी गरीब मुस्लिम को दी? क्या वक्फ की आय में से एक रुपये भी गरीब मुस्लिमों पर खर्च किया गया? क्या आपने किसी एक गरीब मुस्लिम का जीवन सुधारा? क्या आपने पुराने शहर में झुग्गियों में रहने वाले लोगों को कोई ज़मीन दी?”
“5 लाख करोड़ की वक्फ संपत्तियों में से गरीब मुस्लिमों को कितना मिला? इनसे होने वाली आय में से कितना उनकी भलाई पर खर्च हुआ? वह पैसा कहां जा रहा है? क्या आप वक्फ संपत्तियों और उनके नियंत्रण पर खुली बहस के लिए तैयार हैं?”
“जब हम सच्चाई बोलते हैं तो आप मुद्दा भटका कर कहते हैं कि ‘क्या हिंदू वक्फ मामलों में दखल दे रहे हैं?’ क्या हमें चुप रहना चाहिए जब वक्फ बोर्ड संपत्तियों की लूट करता है या जब वे हिंदू, ईसाई और सिखों की प्रार्थना स्थलों और जमीनों पर कब्जा करते हैं?”
“क्या रेवंत रेड्डी की सरकार में वक्फ संपत्तियों की जांच कराने की हिम्मत है? कितनी जमीन कब्जा हुई है? किसने कब्जा किया? ओवैसी परिवार ने कितना लूटा? वक्फ संपत्तियों से सालाना कितनी आय हो रही है? वह पैसा कहां खर्च हो रहा है? क्या गरीबों की भलाई पर कोई खर्च हुआ है? क्या इन सभी सवालों पर एक श्वेत पत्र जारी करने की हिम्मत है?”
उन्होंने अंत में मुख्यमंत्री की फिर से निंदा करते हुए कहा, “जब हजारों एकड़ की फसलें अकाल वर्षा से बर्बाद हो रही हैं और किसान संघर्ष कर रहे हैं, ऐसे समय में मुख्यमंत्री का जापान यात्रा के नाम पर विदेश जाना क्या न्यायोचित है? पिछली सरकार भी ऐसे नुकसान पर किसानों को मुआवजा देने में विफल रही। यह सरकार भी उसी राह पर चल रही है। कम से कम अब मुख्यमंत्री को अपने मंत्रियों को तत्काल निर्देश देना चाहिए कि वे किसानों की मदद करें।”
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हिन्दुस्थान समाचार / नागराज राव