छड़ी यात्रा उत्तराखंड के लिए रवाना,संत बोले-समरसता का संदेश देती है यह पवित्र यात्रा

हरिद्वार, 15 अक्टूबर (हि.स.)। पंच दशनाम जूना अखाड़े की पवित्र छड़ी मंगलवार को शुभ मुहूर्त में माया देवी मंदिर से पूजा अर्चना कर उत्तराखंड की यात्रा के लिए रवाना हुई। इस दौरान संतों ने यात्रा की सफलता की कामना करते हुए कहा कि यह पवित्र छड़ी यात्रा सनातन धर्म के परंपरागत सामाजिक सिद्धांतों समरसता के साथ-साथ वर्ण भेद को मिटाने के लिए पूरे देश में एक संदेश पहुंचाने का सशक्त माध्यम है।

पवित्र छड़ी को जूना अखाड़े के अंतरराष्ट्रीय संरक्षक महंत हरि गिरि महाराज के सानिध्य में निरंजनी अखाड़ा के आचार्य महामंडलेश्वर महंत कैलाश आनंद गिरि महाराज,आनंद अखाड़े के आचार्य महामंडलेश्वर श्री महंत तेजस्व आनंद गिरि महाराज,अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद के वह मनसा देवी ट्रस्ट के राष्ट्रीय अध्यक्ष महंत रविंद्रपुरी महाराज,जूना अखाड़े के राष्ट्रीय अध्यक्ष महंत प्रेम गिरि महाराज, गोकर्ण पीठाधीश्वर महामंडलेश्वर महंत कपिल पुरी महाराज ने पौराणिक सिद्ध पीठ माया देवी मंदिर और नगर रक्षक आनंद भैरव की विधिवत्त पूर्ण वैदिक विधि विधान से पूजा अर्चना कर उत्तराखंड की यात्रा के लिए रवाना किया।

संतों ने कहा जब तक सनातन मतावलंबी आपसी मतभेद जात-पात और वर्ण व्यवस्था से ऊपर उठकर एकजुट नहीं होंगे तब तक विधर्मी हम पर हावी होते रहेंगे। इसलिए पूरे राष्ट्र को एकजुट होकर सनातन धर्म को मजबूत करना है। यह छड़ी यात्रा एक अत्यंत पवित्र उद्देश्य व संकल्प के साथ निकली जा रही है। उत्तराखंड के विकास और सीमावर्ती क्षेत्रों से पलायन रोकने के उद्देश्य से यह पिछले पांच वर्षों से लगातार निकाली जा रही है।

महंत हरि गिरि महाराज ने कहा कि पवित्र छड़ी यात्रा पूरे उत्तराखंड के समस्त तीर्थो का भ्रमण कर ऐसे उपेक्षित पौराणिक तीर्थों को चिन्हित कर प्रदेश सरकार को उनके जीर्णोधार के लिए अनुरोध करेगी। इसके साथ-साथ सीमांतवर्ती क्षेत्र से लगातार हो रहे पलायन वह विधर्मियों की बढ़ती हुई जनसंख्या पर अंकुश लगाने के लिए क्षेत्रीय नागरिकों को जागरूक करने का अभियान भी चलाया जाएगा।

अखिल भारतीय राष्ट्रीय अखाड़ा परिषद के राष्ट्रीय अध्यक्ष महंत रविंद्र परिवार ने कहा कि पवित्र छड़ी यात्रा का शीघ्र ही विस्तार किया जाएगा और सामाजिक समरसता एकता व सनातन धर्म की रक्षा के लिए इस पूरे देश में भ्रमण कराया जाएगा। पवित्र छड़ी आज ऋषिकेश में विश्राम के पश्चात बुधवार को लाखा मंडल दर्शन करते हुए बड़कोट पहुंचेंगी।

हिन्दुस्थान समाचार / डॉ.रजनीकांत शुक्ला

   

सम्बंधित खबर