विधानसभा में भाजपा विधायक ने कहा उद्यानिकी और वानिकी कॉलेजों में नहीं हो रहा अनुसंधान कार्य
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- Mar 19, 2025

रायपुर, 19 मार्च (हि.स.)। छत्तीसगढ़ विधानसभा में बुधवार को कुरुद क्षेत्र से भाजपा विधायक अजय चंद्राकर ने उद्यानिकी और वानिकी कॉलेजों से जुड़ा मुद्दा उठाया। उन्होंने कहा कि राज्य के 15 महाविद्यालयों के नाम में अनुसंधान केंद्र का उल्लेख किया गया है, लेकिन इनमें से किसी भी कॉलेज में अनुसंधान कार्य नहीं हो रहा है।उद्यानिकी और वानिकी कॉलेजों में स्वीकृत और रिक्त पदों का मुद्दा भी उठाया। मंत्री केदार कश्यप ने स्वीकार किया कि फिलहाल कॉलेज संचालित किए जा रहे हैं, लेकिन अनुसंधान कार्य नहीं हो रहा।
चंद्राकर ने फिर शैक्षणिक और प्रशासनिक पदों की रिक्तियों पर सवाल उठाए। मंत्री कश्यप ने बताया कि 692 स्वीकृत पदों में से केवल 69 पद भरे गए हैं, जबकि 623 पद अब भी रिक्त हैं।इस पर चंद्राकर ने असहमति जताते हुए कहा कि जब उन्हें पहले जवाब दिया गया था, तब भी रिक्त पदों की संख्या 623 बताई गई थी, तो अचानक इतनी तेजी से भर्ती कैसे हो गई?मंत्री ने इस सवाल पर कोई जवाब नहीं दिया ।अजय चंद्राकर ने 140 पदों पर भर्ती के आंकड़ों पर आपत्ति जताई, जिस पर मंत्री केदार कश्यप ने जवाब देते हुए कहा कि पिछली सरकार ने केवल कॉलेज खोले थे, लेकिन भर्ती नहीं की थी। मौजूदा सरकार में 181 पदों पर भर्ती के लिए विज्ञापन जारी किया गया है। विश्वविद्यालयों में भर्ती के मामले में राज्यपाल से शिकायत भी की गई है।
अजय चंद्राकर ने विभाग द्वारा गलत जानकारी देने का आरोप लगाया तो वहीं भाजपा विधायक धरमलाल कौशिक ने दूसरे सत्र में भी शिक्षक पदों की कमी पर आपत्ति जताते हुए रिक्त पदों पर भर्ती प्रक्रिया की जानकारी मांगी।विधायक धरमलाल कौशिक ने सवाल उठाया कि भर्ती प्रक्रिया कब पूरी होगी। इस पर मंत्री ने जल्द प्रक्रिया पूरी करने का आश्वासन दिया, लेकिन निश्चित समयसीमा बताने में असमर्थ रहे। कौशिक ने कहा कि दो सत्र निकल चुके हैं, छात्रों का भविष्य प्रभावित हो रहा है।अजय चंद्राकर और धरमलाल कौशिक के सवालों से मंत्री केदार कश्यप असहज दिखे और उन्होंने कहा कि सरकार की मंशा जल्द से जल्द भर्ती प्रक्रिया को पूरा करने की है। विपक्ष ने इसे केवल आश्वासन करार दिया।
बस्तर संभाग के शासकीय छात्रावास में बच्चो की मौत का मामला-प्रश्नकाल के दौरान सदन में बस्तर संभाग के शासकीय छात्रावास में बच्चो की मौत का मामला गूंजा। कांग्रेस विधायक लखेश्वर बघेल ने बच्चों के मौत की जानकारी मांगी। उन्होंने कहा कि आदिवासी बच्चों की सुरक्षा को लेकर सरकार गंभीर नहीं है। रामविचार नेताम की गैरमौजूदगी में सवाल का जवाब आज संसदीय कार्यमंत्री केदार कश्यप ने दिया।
मंत्री केदार कश्यप ने बताया कि साल 2024 – 25 में 2 बच्चों की मौत हुई है, वहीं 2022 से 2025 तक कुल 25 बच्चों की मौत अलग अलग कारणों से हुई है। मंत्री के जवाब को असत्य बताते हुए कांग्रेस विधायक लखेश्वर बघेल ने कहा कि सरकार पर छात्रावास में बच्चों की मौत का आंकड़ा छुपा रही है। सरकार जो आंकड़े बता रही है, उससे कहीं ज्यादा मौतें हुई है। सरकार के द्वारा उपलब्ध जानकारी के अतिरिक्त 10 और मौतों का उन्होंने दावा किया।
मंत्री के जवाब से असंतुष्ट विपक्ष ने हंगामा शुरू कर दिया। विपक्ष ने बस्तर संभाग के छात्रावासों में बच्चों की मौत के मामले में सरकार पर गंभीर नहीं होने का आरोप लगाया। बच्चों की लगातार मौत के बाद भी सरकार पर लापरवाही का आरोप लगाया। विपक्ष ने जब आरोप लगाना शुरू कर दिया, तो मंत्री केदार कश्यप ने नाराजगी जताते हुए विपक्ष से ये सवाल पूछ लिया कि, कांग्रेस सरकार में जगरगुंडा में राशन किसने खाया ? मंत्री की टिपण्णी पर विपक्ष ने की सदन में नारेबाजी की और फिर वाकआउट कर दिया।
हिन्दुस्थान समाचार / केशव केदारनाथ शर्मा