मंत्रियों को किसी भी कार्यक्रम में जाने से पहले मुख्यमंत्री कार्यालय को देनी होगी जानकारी : ममता बनर्जी का सख्त निर्देश

कोलकाता, 28 दिसंबर (हि. स.)। मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने राज्य के मंत्रियों को सख्त निर्देश दिया है कि वे किसी भी कार्यक्रम में जाने से पहले इसकी जानकारी मुख्यमंत्री कार्यालय को दें। यह निर्देश हाल ही में एक मंत्री द्वारा एक विवादास्पद कार्यक्रम में भाग लेने के बाद दिया गया है। मुख्यमंत्री ने स्पष्ट कर दिया है कि 2025 की शुरुआत से इस नियम का कड़ाई से पालन करना अनिवार्य होगा।

सूत्रों के अनुसार, हाल ही में एक मंत्री ने एक कार्यक्रम में हिस्सा लिया था, जहां उन्हें मंच पर एक ऐसे व्यक्ति ने सम्मानित किया, जो कई वित्तीय धोखाधड़ी के मामलों में आरोपी है। इस घटना के कारण पार्टी के अंदर सवाल उठने लगे और मुख्यमंत्री तक मामला पहुंचा। इसके बाद ममता बनर्जी ने सभी मंत्रियों को कड़ी चेतावनी दी। उन्होंने कहा कि किसी भी कार्यक्रम में भाग लेने से पहले इसकी जानकारी मुख्यमंत्री कार्यालय को देना आवश्यक होगा।

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निर्वाचन से पहले विवादों से बचने की तैयारी

2026 में पश्चिम बंगाल में विधानसभा चुनाव होने वाले हैं। मुख्यमंत्री ममता बनर्जी नहीं चाहतीं कि चुनाव से पहले राज्य सरकार का कोई मंत्री या विधायक किसी भी तरह के विवाद में फंसे। इसीलिए उन्होंने प्रशासन और पार्टी को सख्ती से नियंत्रित करने का निर्णय लिया है।

मुख्यमंत्री ने हाल ही में तृणमूल कांग्रेस की राष्ट्रीय कार्यकारिणी बैठक में भी यह स्पष्ट किया था कि अगर कोई नेता पार्टी विरोधी गतिविधियों में शामिल पाया गया, तो उसे शोकॉज नोटिस जारी किया जाएगा। यदि किसी नेता को तीन बार शोकॉज किया जाता है, तो उसे पार्टी से बाहर कर दिया जाएगा।

ममता बनर्जी के इस निर्देश को पार्टी के अनुशासन और आगामी चुनावी रणनीति से जोड़कर देखा जा रहा है। पार्टी के वरिष्ठ नेताओं का मानना है कि मुख्यमंत्री यह सुनिश्चित करना चाहती हैं कि किसी मंत्री या विधायक की छवि पर कोई दाग न लगे। पिछले कुछ वर्षों में मदन मित्रा, पार्थ चटर्जी और ज्योतिप्रिय मल्लिक जैसे नेताओं के नाम विवादों में आने से पार्टी को नुकसान उठाना पड़ा है। ये तीनों नेता अब मंत्रिमंडल का हिस्सा नहीं हैं।

हिन्दुस्थान समाचार / ओम पराशर

   

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