हिसार : शिक्षा एवं स्वास्थ्य पर भी ध्यान दें सफाईकर्मी : नरसीराम बिश्नोई

प्रतिभागी सफाईकर्मियों के साथ कुलपति, कुलसचिव, मुख्यवक्ता व आयोजक।

गुजविप्रौवि में शुरू हुआ सफाईकर्मियों के लिए दो दिवसीय विशेष प्रशिक्षण एवं जागरूकता शिविर

हिसार, 19 अक्टूबर (हि.स.)। यहां के गुरु जंभेश्वर विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय ने एक खास मानवीय तथा संवेदनशील पहल की है। विश्वविद्यालय के एमएमटीसी ने सफाई कर्मचारियों को उनके दैनिक जीवन से जुड़े हर पहलू से अवगत करवाने के लिए दो दिवस प्रशिक्षण व जागरूकता कार्यक्रम का आयोजन किया है। चौ. रणबीर सिंह सभागार में हुए इस कार्यक्रम का उद्घाटन कुलपति प्रो. नरसीराम बिश्नोई ने किया जबकि कुलसचिव प्रो. विनोद छोकर विशिष्ट अतिथि के रूप में उपस्थित रहे।

पूर्व में भारतीय लोकसेवा (आईएसएस) में चयनित अधिकारियों के राष्ट्रीय प्रशिक्षण केंद्र में प्रोफेसर रही और वर्तमान में विश्वविद्यालय के एमएमटीटीसी की निदेशक व हरियाणा स्कूल ऑफ बिजनेस (एसएसबी) में प्रोफेसर सुनीता द्वारा डिजाइन किए इस प्रशिक्षण कार्यक्रम के उद्घाटन समारोह में एमजीआईएमएस के निदेशक डा. रमेश बिश्नोई मुख्य वक्ता के रूप में उपस्थित रहे।कुलपति नरसीराम बिश्नोई ने कहा कि वसुंधरा के साथ-साथ हम खुद भी सजेगे तो ही वसुंधरा सुंदर लगेगी।

सफाई कर्मी जितना ध्यान अपने सफाई के कार्य पर देते हैं, उन्हें उतना ध्यान अपने स्वास्थ्य और बच्चों की शिक्षा पर भी देना चाहिए। गुरू जंभेश्वर जी महाराज के नाम पर स्थापित इस विश्वविद्यालय ने नियमित कर्मचारियों की तरह एचकेआरएन तथा अन्य अनुबंधित कर्मचारियों के बच्चों को भी फीस माफी की सुविधा के साथ-साथ चिकित्सा संबंधी सुविधाएं भी दी हैं। विश्वविद्यालय सफाईकर्मियों के योगदान को हमेशा रेखांकित करता है तथा उन्हें गौरवान्वित महसूस करवाता है। सफाईकर्मी विश्वविद्यालय की रीढ़ की हड्डी हैं।

मुख्य वक्ता डा. रमेश बिश्नोई ने प्रतिभागियों को संबंधित बीमारियों के बारें में विस्तार से जानकारी दी। उन्होंने कैंसर के कारणों, बचाव व इलाज के बारे में विशेष रूप से जानकारी दी तथा बताया कि वे किस प्रकार समय रहते कैंसर के बारे में पता लगा सकते हैं। प्रो. सुनीता ने अपने स्वागत संबोधन में कहा कि आत्म विकास के लिए आत्म गौरव का भाव होना भी आवश्यक है। इस कार्यक्रम का उद्देश्य प्रतिभागी सफाई कर्मियों को शिक्षा, स्वास्थ्य, रोजगार तथा अन्य संबंधित योजनाओं की जानकारी देने के साथ-साथ उनके आत्म गौरव का जगाना भी है।

प्रो. संजीव कुमार ने कहा कि अपने सफाईकर्मी अक्सर अपने को तथा अपने काम को छोटा मान लेते हैं। शिक्षा तथा जानकारियों के अभाव में अत्यंत जिम्मेदारी का कार्य करते हुए भी खुद गौरवान्वित महसूस नहीं कर पाते। समाज के इस तबके को मुख्यधारा में लाए बिना राष्ट्र के नवनिर्माण का सपना पूरा करना संभव नहीं होगा। विश्वविद्यालय के पूर्व छात्र संजीव मोर ने प्रतिभागियों वित्त प्रबंधन तथा प्रो. सुनीता भुक्कल ने कचरा प्रबंधन के बारे में जानकारी दी। एमएमटीटीसी के सहायक निदेशक डा. हरदेव ने कार्यक्रम की रूपरेखा प्रस्तुत की तथा धन्यवाद किया। प्रतिभागियों को एक मूवी भी दिखाई गई। जिसमें दिखाया गया कि एक घरेलू नौकरानी किस प्रकार अपनी बेटी को आईएएस बनाती है। यह विश्वविद्यालय का अब तक अपनी तरह का पहला कार्यक्रम है।

हिन्दुस्थान समाचार / राजेश्वर

   

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