कोल लेवी घोटाला मामले में राकेश जैन गिरफ्तार, सात दिनों की पुल‍िस रिमांड पर

रायपुर, 12 दिसंबर (हि.स.)। छत्तीसगढ़ में ईओडब्‍ल्‍यू एवं एसीबी ने शुक्रवार को कोल लेवी घोटाला मामले में बड़ी कार्रवाई की। फर्जी कंपनियों के जरिये अवैध लेवी को कैश में बदलने वाले राकेश कुमार जैन को गिरफ्तार कर विशेष न्यायालय रायपुर में पेश किया गया, जहां से न्यायालय ने उसे 19 दिसंबर तक पुलिस रिमांड पर भेज दिया है। राकेश जैन पर 50 करोड़ रुपये से अधिक की अवैध लेवी को फर्जी कंपनियों, हवाला और नकली खर्चों के जरिए कैश में बदलने करने का गंभीर आरोप है।

एसीबी ने राकेश कुमार जैन के खिलाफ भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम की धाराओं में मामला दर्ज किया गया था। जांच में खुलासा हुआ है कि राकेश जैन ने आपराधिक षडयंत्र के तहत दर्जनों फर्जी कंपनियां बनाईं और इनके जरिये करोड़ों रुपये की लेयरिंग की। अवैध कोल लेवी से प्राप्त रकम को हवाला रूट और फर्जी खर्चों के नाम पर ट्रांजेक्शन कराकर कैश में बदल दिया जाता था। जांच के अनुसार, लगभग 50 करोड़ रुपये से अधिक की राशि को इसी तरह कैश में कन्वर्ट कर कोल लेवी घोटाले के मुख्य आरोपित सूर्यकांत तिवारी तक पहुंचाया गया।

एसीबी की जांच में यह भी सामने आया है कि राकेश जैन केवल कोल लेवी घोटाले तक ही सीमित नहीं था। आरोप‍ित ने कथित शराब घोटाले के आरोप‍ित अनवर ढेबर के लिए भी 'एंट्री ऑपरेशन' कर अवैध धन को 'पक्का' करने का काम किया। अनवर ढेबर और सूर्यकांत तिवारी को पैसा पहुंचाने के साक्ष्य एसीबी को मिले हैं। इस एंगल पर भी ब्यूरो की जांच जारी है।

जांच एजेंसियों के मुताब‍िक राकेश जैन पहले भी धोखाधड़ी के कई मामलों में आरोप‍ित रह चुका है और लंबे समय से फरार चल रहा था। उसके खिलाफ कोतवाली रायपुर और मौदहापारा थानों में पहले भी कई अपराध दर्ज हैं। राकेश जैन ने खुद, अपने साले, कर्मचारियों और परिचितों के नाम पर दर्जनभर से अधिक फर्जी कंपनियां खड़ी की थीं। इन्हीं कंपनियों के माध्यम से घोटाले की रकम को सफेद दिखाकर नकद निकाला जाता था।

हिन्दुस्थान समाचार / गायत्री प्रसाद धीवर

   

सम्बंधित खबर