मकर संक्रांति : जयपुर के बाजारों में सजी रंग बिरंगी पतंगे
- Admin Admin
- Jan 11, 2025
जयपुर, 11 जनवरी (हि.स.) : मकर संक्रांति के तीन दिन पहले ही राजधानी जयपुर की दुकानें पतंगों और सजावट के सामानों से सजा चुकी हैं। परकोटे में रंग-बिरंगी पतंगें और अन्य साज-सज्जा का सामान दुकानों में नजर आने लगा है, जो शहर की गलियों को खास रंगत दे रहे हैं। बाजार में बरेली के मांझे की विशेष डिमांड देखने को मिल रही है। लाल और काले रंग के मांझे ग्राहकों के बीच अधिक लोकप्रिय हो गए हैं। इस बढ़ती डिमांड को देखते हुए दुकानदारों ने मांझे के दाम बढ़ा दिए हैं। जहां पहले बरेली के मांझे का एक चरखा 250 रुपये में मिल जाता था, वहीं अब इसकी कीमत 500 से 700 रुपये तक पहुंच गई है।
राजनीतिक चेहरों वाली पतंगे भी बाजार में आकर्षण का केंद्र बनी हुई हैं। इन पतंगों में खासतौर पर नेताओं के चित्र बने होते हैं, जो लोगों को बहुत भा रहे हैं। पतंग विक्रेता इमरान खान ने बताया कि इस बार मकर संक्रांति के मौके पर 2025 नाम से बनी पतंगें और नए आकार की पतंगें ग्राहकों को बहुत पसंद आ रही हैं। ग्राहक बरेली के मांझे की खास डिमांड कर रहे हैं, जिसमें काला और लाल रंग प्रमुख रूप से खरीदा जा रहा है। वहीं पतंग विक्रेता गणेश सैनी ने कहा कि इस बार सर्दी के चलते पतंग खरीदने के लिए ग्राहक कम आ रहे हैं, जिससे बाजार में सुस्ती है। हालांकि मकर संक्रांति के नजदीक आते ही पतंग की खरीदारी में बढ़ोतरी की उम्मीद जताई जा रही है। पतंग विक्रेता अशोक ने बताया कि इस साल लोग खासतौर पर बरेली के मांझे और पतंगों की खरीदारी कर रहे हैं। उन्होंने बताया कि हर तीसरा ग्राहक बरेली का मांझा और पतंग खरीद कर ले जा रहा है। इस बढ़ती मांग को देखते हुए उन्होंने बरेली के मांझे और पतंगों के लिए विशेष ऑर्डर दिए हैं।
दान-पुण्य और कळपनों की खरीदारी
मकर संक्रांति पर दान-पुण्य का विशेष महत्व होता है। लोग गायों को हरा चारा खिलाएंगे और तिल के व्यंजन दान करेंगे। इस दिन गलता तीर्थ में सुबह-सुबह स्नान करने के लिए भी बड़ी संख्या में श्रद्धालु उमड़ेंगे। महिलाएं 14 प्रकार की वस्तुएं दान स्वरूप कळपेंगी, वहीं सास-ससुर सहित बुजुर्गों को कपड़े पहनाए जाएंगे। फुटपाथ पर रहने वाले लोगों को कपड़े और मिठाई का दान भी किया जाएगा। इन सभी आयोजनों को ध्यान में रखते हुए बाजार में कळपनों की वस्तुओं की खरीदारी जोरों पर चल रही है। साथ ही, फीणी और तिल के लड्डुओं की बिक्री भी बड़े पैमाने पर हो रही है। इस बार फीणी का दाम 400 से 1000 रुपये प्रति किलो तक है।
मंदिरों में विशेष आयोजन
मकर संक्रांति के अवसर पर मंदिरों में विशेष झांकी सजाई जाएगी। ठाकुर जी के समक्ष पतंगें अर्पित की जाएंगी और गोविंददेवजी मंदिर में चांदी की पतंग उड़ाई जाएगी। इस दिन ठाकुर जी को तिल के व्यंजनों के साथ फीणी का भोग अर्पित किया जाएगा।
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हिन्दुस्थान समाचार / दिनेश