जोधियास में महाराजा सूरजमल की मूर्ति स्थापना को लेकर विवाद, पुलिस बल तैनात, गांव में तनावपूर्ण शांति

नागौर, 18 नवंबर (हि.स.)। जिले के जोधियास गांव में मंगलवार को सार्वजनिक स्थल पर महाराजा सूरजमल की मूर्ति लगाने को लेकर विवाद खड़ा हो गया। सोमवार देर रात एक पक्ष ने बिना प्रशासनिक अनुमति के मूर्ति स्थापित कर दी। इसके बाद दूसरा पक्ष विरोध में उतर आया। स्थिति बिगड़ते ही प्रशासन हरकत में आया और मौके पर भारी पुलिस बल तैनात किया गया। दोनों पक्ष अब स्थल पर ही धरने पर बैठे हैं और विरोध जारी है।

प्रशासन के अनुसार यह विवाद पिछले एक वर्ष से चल रहा है। गांव में भगवान परशुराम, महाराणा प्रताप और महाराजा सूरजमल समेत तीन महापुरुषों की मूर्तियां लगाने का प्रस्ताव था। लेकिन अनुमति नहीं मिलने के कारण स्थापना नहीं हो सकी। देर रात अचानक एक पक्ष द्वारा महाराजा सूरजमल की मूर्ति लगा दी गई, जिससे ग्रामीणों में तनाव बढ़ गया।

तनाव की स्थिति को देखते हुए पांच थानों के जाप्ते के साथ आरएसी की टुकड़ियां भी तैनात की गई हैं। पुलिस और प्रशासनिक अधिकारी मौके पर मौजूद हैं तथा दोनों पक्षों को शांत कराकर बातचीत के माध्यम से विवाद सुलझाने का प्रयास कर रहे हैं। फिलहाल गांव में कड़ी सुरक्षा के बीच तनावपूर्ण शांति बनी हुई है।

ग्रामीण करण सिंह का कहना है कि उनका महापुरुषों की मूर्तियों से कोई विरोध नहीं है, बल्कि सार्वजनिक स्थल पर स्थापना से आपत्ति है। उनका कहना है कि यह स्थान सरकारी कार्यालयों और बस स्टैंड के पास है, जहां पहले से पार्किंग की समस्या है। इसलिए मूर्ति गांव के किसी अन्य स्थान पर लगाई जाए।

वहीं एक पक्ष का आरोप है कि यह कार्य स्थानीय सरपंच कमला मूंड और सरपंच प्रतिनिधि दयालराम मूंड की शह पर किया गया है।

सरपंच प्रतिनिधि दयालराम मूंड का कहना है कि गांव के सौंदर्यीकरण के लिए ग्राम सभा पहले ही प्रस्ताव पारित कर चुकी है और फाइल जिला कलेक्टर के माध्यम से संभागीय आयुक्त को भेजी गई थी। लेकिन अंतिम स्वीकृति न मिलने के कारण अभी स्थापना रुकी हुई थी।

मूर्ति का आंशिक रूप से स्थापित होना अब विवाद का केंद्र बन गया है। पुलिस ने सुरक्षा बढ़ा दी है और प्रशासन बातचीत के जरिए समाधान की कोशिश कर रहा है।

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हिन्दुस्थान समाचार / रोहित

   

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