रानीबाग के प्रस्तावित मछली एक्वेरियम की टेडर प्रक्रिया की जांच कराने की मांग
- Admin Admin
- May 12, 2025

मुंबई, 12 (हि.स.)। दक्षिण मुंबई के भायखला स्थित वीरमाता जीजाबाई भोसले प्राणी उद्यान (रानीबाग) में वॉटर टनल एक्वेरियम बनाने के लिए जारी की गई टेंडर प्रक्रिया पर सवाल उठे हैं। इस संबंध में मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस को पत्र लिखकर टेंडर को तुरंत रद्द करने और मामले की भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो से जांच कराने की मांग की गई है।
सपा विधायक रईस शेख सहित कुछ जनप्रतिनिधियों ने इस टेंडर प्रक्रिया पर सवाल उठाए हैं। शेख ने मुख्यमंत्री को लिखे पत्र में कहा है कि मत्स्य विकास मंत्री नितेश राणे ने हाल ही में तारापोरेवाला एक्वेरियम स्थल पर एक अंतरराष्ट्रीय मानक बहुमंजिला एक्वेरियम के विकास की घोषणा की है। दक्षिण मुंबई के 5 किलोमीटर के दायरे में दूसरा एक्वेरियम बनाने से क्या होगा। मुंबई मनपा इस परियोजना पर अनावश्यक खर्च करने जा रही है। टेंडर के माध्यम से चयनित की गई कंपनी एक वरिष्ठ मनपा अधिकारी की है। प्रस्तावित परियोजना में अग्नि सुरक्षा और सार्वजनिक खतरों पर निविदा में विचार नहीं किया गया है। इस निविदा प्रक्रिया में पारदर्शिता का अभाव है। पेंगुइन बाड़े के सामने यह एक्वेरियम होगा। भीड़ के कारण यह स्थान आग के खतरे, भगदड़ या सुरक्षा संबंधी मुद्दों के लिए संवेदनशील स्थान बन सकता है।
पेंगुइन पेंग्विन कक्ष के सामने 5000 वर्ग मीटर में एक्वेरियम बनाने का प्रस्ताव है। यह देश का पहला वैश्विक स्तर का वॉटर टनल एक्वेरियम होगा, जिस पर मनपा 60 करोड़ रुपये खर्च करेगी। इसके के लिए मार्च 2024 में मनपा ने टेंडर जारी किया था। इसमें देशी-विदेशी मछलियों की 50 प्रजातियों को रखा जाएगा। इसकी क्षमता करीब 10 लाख लीटर पानी की होगी। अंडरग्राउंड एक्वेरियम की ऊंचाई 4 मीटर से ऊपर होगी। इसमें फायर फाइटिंग सिस्टम, इमरजेंसी गेट, वेंटिलेशन, एयर कंडीशनर, कूलिंग, लिफ्ट और एस्केलेटर जैसी सुविधाएं उपलब्ध होगी। इसकी योजना तत्कालीन मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे की सरकार में बनाई गई थी। पहले यह वर्ली में बनने वाला था, पूर्व पर्यावरण मंत्री आदित्य ठाकरे ने वर्ली में अंतरराष्ट्रीय स्तर का एक्वेरियम बनाने की घोषणा की थी। राज्य में एकनाथ शिंदे की सरकार बनने के बाद एक्वेरियम प्रोजेक्ट को रद्द कर दिया गया था। इसके बाद इसे रानीबाग में स्थानांतरित कर दिया गया था। इस एक्वेरियम और पेंगुइन की बढ़ती संख्या के प्रबंध को लेकर सवाल उठते रहे हैं।
---------------
हिन्दुस्थान समाचार / वी कुमार