हिसार पहुंचने पर दिनेश मुनि महाराज व विनीत मुनि महाराज का स्वागत

परमात्मा ने जो दिया, उसमें संतुष्ट रहना सीखो : दिनेश मुनि महाराजहिसार, 9 फरवरी (हि.स.)। गुरु सुदर्शन संघ के मुनिराज संघ नायक शास्त्री पद्मचंद महाराज के सुशिष्य एवं संघ संचालक नरेश चंद महाराज के आज्ञानुवर्ती पं. दिनेश मुनि महाराज व विनीत मुनि महाराज ठाणे-2 से हिसार में सेक्टर-33 में पहुंचने पर एसएस जैन सभा व सभा सदस्यों ने जोरदार स्वागत किया गया। इस दौरान रविवार सुबह सेक्टर-33 में सत्संग सभा का आयोजन किया गया। अपने संबोधन में दिनेश मुनि महाराज ने सुख शैय्या व दुख शैय्या विषय पर बोलते हुए कहा कि किसी को सिर रखते ही नींद आ जाती है और किसी को गोली लेने के बाद भी नींद नहीं आती। आज के मनुष्य के पास जो है, वह उससे अधिक प्राप्त करने के लिये दिन-रात भागता है। जो अपने पास पहले से है, उससे मनुष्य संतुष्ट नहीं है। कल की चिंता में अपना आज खो रहा है। मनुष्य को जितना मिल जाये, कभी पेट नहीं भरता जबकि सभी जानते हैं कि खानी तो दो रोटी ही है। मनुष्य को दूसरे की थाली में घी ज्यादा नजर आता है। अपने सुखों को छोडक़र दूसरे के सुख देखकर परेशान है, जितनी चादर हो उतने ही पैर पसारने चाहिये। जब तक मनुष्य दूसरों को देखकर जलता रहेगा, उसे शांति नहीं मिलेगी। उसे जो परमात्मा ने दिया है, उसमें ही राजी होना चाहिये। जिंदगी की अंधाधुंध दौड़ में स्वयं को पहचानो। इच्छाओं का कोई अंत नहीं है। घड़ी सैंकड़ों रुपये से लेकर लाखों तक की आती है परंतु सभी घड़ी एक सा समय ही बताती हैं इसलिये जिसके पास जो है, उसी में सुंतष्ट रहे। इससे पूर्व विनीत मुनि महाराज ने प्रवचन देते हुए कहा कि बच्चों में अच्छे संस्कार देना चाहिए। जैसे नदी अपनी सीमा में बहती है, इसी तरह हमें मर्यादा में रहना चाहिये। उन्होंने कहा कि जीवन में दो सूत्रों को अपना लो, पहला मानव बनो-मनहुस नहीं। दूसरा मर्यादा में जीवन जिओ। इन पर चलकर मनुष्य अपने आप को गौरवान्वित महसूस करेगा। इस अवसर पर पूर्व पार्षद अनिल जैन टीनू, गौरव, आलोक, प्रवीन, नवीन, कुक्कु, डॉ. रमेश जिंदल, डॉ. भारत बंसल, भरतराम, अमर, दीपक, कपिल, सुमेश, सुरेश सहित सैंकड़ों श्रद्धालु उपस्थित रहे।

हिन्दुस्थान समाचार / राजेश्वर

   

सम्बंधित खबर