रंगाली बिहू पर ढेकियाखुवा बोरनामघर में भक्तों की उमड़ी भीड़

जोरहाट(असम), 15 अप्रैल (हि.स.)। असमिया नववर्ष के पहले दिन यानी रंगारी बिहू के खास अवसर पर पूरे राज्य के नामघरों और धार्मिक स्थलों में श्रद्धालुओं की भीड़ उमड़ पड़ी। इस पावन दिन पर पूर्व जोरहाट स्थित ऐतिहासिक पीठ, महापुरुष माधवदेव द्वारा स्थापित श्री श्री ढेकियाखुवा बोरनामघर का माहौल आध्यात्मिक हो गया।

सुबह से ही राज्य के विभिन्न हिस्सों से हजारों की संख्या में श्रद्धालु यहां पहुंचे हैं। हाथों में धूप, मोमबत्तियाँं, सराय (प्रसाद) और नैवेद्य लेकर भक्तों ने पूरे वर्ष की सुख-शांति और समृद्धि की कामना के साथ सेवा अर्पित की।

नामघर प्रबंधन समिति ने भी इस शुभ दिन पर पूरे राज्य के सर्वांगीण मंगल के लिए अक्षय बत्ती का तेल और एक सराय अर्पण किया। यह परंपरा दर्शाती है कि असम के सांस्कृतिक मूल्यों में अभी भी गहराई से आस्था और भक्ति जड़ें जमाए हुए हैं।

यह दृश्य खास तौर पर उस समय और भी अर्थपूर्ण हो जाता है, जब अक्सर यह चर्चा होती है कि राज्य का नवयुवक वर्ग दिशा से भटक रहा है। ऐसे समय में रंगीन रंगाली उत्सवों से अलग हटकर आज युवाओं और परिवारों को पारंपरिक गामोछा और राष्ट्रीय परिधान में, अपने परिवार और दोस्तों के साथ इस ऐतिहासिक पीठ की सेवा में सम्मिलित होते देखना भावुक कर देने वाला दृश्य बन गया।

हिन्दुस्थान समाचार / देबजानी पतिकर

   

सम्बंधित खबर