कोकराझार (असम), 4 जनवरी (हि.स.)। बोडोलैंड प्रशासनिक स्टाफ कॉलेज, कोकराझार में आज दो दिवसीय जिला स्तरीय इंसिडेंट रिस्पॉन्स सिस्टम (आईआरएस) प्रशिक्षण कार्यक्रम के तहत एक लाइव मॉक ड्रिल का आयोजन किया गया। जिला आपदा प्रबंधन प्राधिकरण (डीडीएमए), कोकराझार और असम राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण (एएसडीएमए) के सहयोग से आयोजित इस मॉक ड्रिल में आपदा की एक परिकल्पित स्थिति को प्रस्तुत किया गया, जिससे जिला आपातकालीन प्रतिक्रिया टीमों की तैयारी और समन्वय का मूल्यांकन किया जा सके। इस कार्यक्रम का उद्देश्य प्रतिभागियों को नियंत्रित वातावरण में वास्तविक आपदाओं के प्रबंधन का व्यावहारिक अनुभव प्रदान करना था।
दिन की शुरुआत में एक टेबलटॉप एक्सरसाइज (टीटीईएक्स) आयोजित की गई, जिसमें प्रशिक्षकों ने प्रतिभागियों को आपदा प्रबंधन से संबंधित प्रक्रियाओं, योजनाओं और नीतियों के बारे में मार्गदर्शन दिया। इस सत्र में आपात स्थितियों के दौरान तनाव को कम करने पर विशेष ध्यान दिया गया। सत्र में भूकंप जैसी आपदाओं के लिए नियमों, जिम्मेदारियों और प्रोटोकॉल को समझने पर जोर दिया गया। विभिन्न विभागों के प्रतिभागियों को संभावित आपदाओं से निपटने के तरीकों पर विचार करने और चर्चा करने के लिए प्रोत्साहित किया गया।
डिब्रीफिंग सत्र को संबोधित करते हुए, एडीसी कविता डेका ने प्रतिभागियों की उत्साही भागीदारी की सराहना की और आपदा प्रबंधन में मानसिक स्वास्थ्य के महत्व पर प्रकाश डाला। उन्होंने सुझाव दिया कि भविष्य के प्रशिक्षण कार्यक्रमों में आपातकालीन तैयारी के लिए ध्यान (मेडिटेशन) सत्रों को शामिल किया जाना चाहिए।
इस प्रशिक्षण कार्यक्रम में प्रमुख व्यक्तियों ने हिस्सा लिया, जिसमें एडीसी जितुराज गोगोई, डॉ. कृपाल ज्योति मजूमदार (कार्यक्रम अधिकारी, आपदा प्रबंधन), एएसडीएमए, गुवाहाटी शामिल थे। भूमि राजस्व और आपदा प्रबंधन, स्वास्थ्य और परिवार कल्याण, अग्निशमन और आपातकालीन सेवाएं, सीआईएसएफ और एपीआरओ जैसे विभागों के प्रतिनिधियों ने सक्रिय रूप से भाग लिया, जो आपदा प्रतिक्रिया क्षमताओं को बढ़ाने की उनकी प्रतिबद्धता को दर्शाता है।
हिन्दुस्थान समाचार / किशोर मिश्रा