लेफ्टिनेंट जनरल गंभीर सिंह ने ‘युद्ध कौशल’ अभ्यास का अवलोकन किया

‘युद्ध कौशल’ अभ्यास की तस्वीर।

उमरोई (मेघालय), 04 मार्च (हि.स.)। गजराज कोर के जनरल ऑफिसर कमांडिंग लेफ्टिनेंट जनरल गंभीर सिंह ने उमरोई मिलिट्री स्टेशन में ‘युद्ध कौशल’ अभ्यास का अवलोकन किया। यह अभ्यास भारतीय वायुसेना के साथ संयुक्त रूप से आयोजित किया गया, जिसमें बहु-क्षेत्रीय युद्ध स्थितियों में शत्रु के ठिकानों पर नियंत्रण प्राप्त करने की रणनीति प्रदर्शित की गई।

अभ्यास के दौरान हेलीकॉप्टर, निगरानी और सशस्त्र भूमिकाओं में विभिन्न प्रकार के ड्रोन, नई पीढ़ी के उपकरण, फोर्स मल्टीप्लायर्स और अन्य सहायक युद्धक तत्वों का उपयोग किया गया। वायुसेना ने सैनिकों के तेज़ी से क्षेत्र में प्रवेश और समन्वित संचालन में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। इस अभ्यास में आईआईटी गुवाहाटी के विशेषज्ञों और नागरिक रक्षा उद्योग को भी शामिल किया गया। इस अभ्यास में आईआईटी, गुवाहाटी और नागरिक सुरक्षा उद्योग के शिक्षाविदों को भी शामिल किया गया।

लेफ्टिनेंट जनरल गंभीर सिंह ने अभ्यास में भाग लेने वाले सैनिकों और अधिकारियों से बातचीत की और उनके बेहतरीन समन्वय और क्रियान्वयन की सराहना की। उन्होंने सैनिकों को आधुनिक युद्ध कौशल में तकनीकी दक्षता बढ़ाने और सैन्य अभियानों में श्रेष्ठता प्राप्त करने के लिए प्रेरित किया।

‘युद्ध कौशल’ अभ्यास में प्रथम दृष्टि ड्रोन, स्वचालित गतिशील वाहन, सुरक्षित संचार उपकरणों का उपयोग करते हुए समन्वित हमले को प्रदर्शित किया गया। पैरा ट्रूपर्स ने कॉम्बैट फ्री फॉल किया और पूरे अभ्यास के दौरान यूएवी द्वारा निरंतर खुफिया, निगरानी और टोही कार्य किया गया।

इस अभ्यास का उद्देश्य अत्याधुनिक तकनीक, सटीक हमलों, सुरक्षित संचार और नवीन सामरिक प्रक्रियाओं को अपनाते हुए भारतीय सेना की युद्धक क्षमता को बढ़ाना है। यह अभ्यास भारतीय सेना की रक्षा बलों के आधुनिकीकरण और संयुक्त अभियान दक्षता को सुदृढ़ करने की प्रतिबद्धता को दर्शाता है।

हिन्दुस्थान समाचार / श्रीप्रकाश

   

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