डॉ. लक्ष्यराज सिंह मेवाड़ ने सौर ऊर्जा के संदेश के साथ बनाया नया विश्व रिकॉर्ड
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- Jan 30, 2025
उदयपुर, 30 जनवरी (हि.स.)। मेवाड़ के पूर्व राजपरिवार के सदस्य डॉ. लक्ष्यराज सिंह मेवाड़ ने सोलर लैम्पों से सूर्य की सबसे बड़ी आकृति बनाकर गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड स्थापित किया है। इस अवसर पर उन्होंने सूर्योदय अभियान की शुरुआत की, जिसका उद्देश्य आर्थिक रूप से कमजोर परिवारों को सोलर लैंप वितरित कर उनके घरों को सौर ऊर्जा से रोशन करना और पर्यावरण संरक्षण को बढ़ावा देना है। इस उपलब्धि पर गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड्स ने सिटी पैलेस में उन्हें सम्मानित किया।
डॉ. लक्ष्यराज सिंह मेवाड़ का यह नौवां गिनीज वर्ल्ड रिकॉर्ड है, जिसे उन्होंने समाज सेवा, पर्यावरण संरक्षण, महिला स्वच्छता प्रबंधन और शिक्षा जैसे विषयों पर स्थापित किया है। उन्होंने कहा कि इस अभियान के माध्यम से सौर ऊर्जा के उपयोग को प्रोत्साहित किया जाएगा, जिससे न केवल पर्यावरण संरक्षण होगा, बल्कि कमजोर आर्थिक वर्ग के परिवारों को बिजली के बढ़ते खर्च से भी राहत मिलेगी। इससे वे आत्मनिर्भर बन सकेंगे और बाहरी ऊर्जा स्रोतों पर उनकी निर्भरता कम होगी।
पिछले सात वर्षों में डॉ. लक्ष्यराज सिंह मेवाड़ ने कई उल्लेखनीय कार्यों से समाज सेवा की नई मिसाल पेश की है। मार्च 2019 में उन्होंने जरूरतमंदों को 3 लाख 29 हजार से अधिक वस्त्र दान कर पहला विश्व रिकॉर्ड बनाया था। इसके बाद अगस्त 2019 में 24 घंटे में 20 टन से अधिक स्टेशनरी सामग्री वितरित कर दूसरा रिकॉर्ड अपने नाम किया। जनवरी 2020 में 20 सैकंड में 4000 से अधिक पौधे लगाकर पर्यावरण संरक्षण की दिशा में तीसरा गिनीज रिकॉर्ड स्थापित किया।
जनवरी 2021 में महिला स्वच्छता प्रबंधन के तहत एक घंटे में 12 हजार से अधिक स्वच्छता उत्पाद वितरित कर चौथा विश्व रिकॉर्ड बनाया। जनवरी 2022 में एक घंटे में 2800 जरूरतमंदों को स्वेटर और भोजन के पैकेट वितरित कर दो अलग-अलग कीर्तिमान स्थापित किए। जनवरी 2023 में बीज भविष्य का अभियान के तहत 21,058 विभिन्न प्रकार के पेड़-पौधों के बीज बोकर सातवां विश्व रिकॉर्ड अपने नाम किया। जनवरी 2024 में तनाव प्रबंधन पर जनसमूह को संबोधित कर आठवां विश्व रिकॉर्ड बनाया।
अब, सोलर लैम्पों से सूर्य की सबसे बड़ी आकृति बनाकर और सूर्योदय अभियान की शुरुआत कर उन्होंने नौंवा गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड अपने नाम किया है। डॉ. लक्ष्यराज सिंह का मानना है कि ये विश्व कीर्तिमान समाज सेवा और नागरिक दायित्वों को जागरूक करने के संकल्प के साथ स्थापित किए गए हैं और यह प्रयास आगे भी निरंतर जारी रहेगा
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हिन्दुस्थान समाचार / सुनीता