जींद : परिवर्तनशील मौसम ने किसानों के माथे पर उकेरी चिंता की लकीरें
- Admin Admin
- Apr 19, 2025

जींद, 19 अप्रैल (हि.स.)। शुक्रवार रात बारिश के साथ चली धूल भरी आंधी के बाद शनिवार को भी आकाश में बादलों की आवाजाही रही। शनिवार को दिन का आगाज आकाश में छाए हलके बादलों के साथ हुआ। दिन चढऩे के साथ मौसम का मिजाज गर्म होता चला गया। दोपहर बाद मौसम ने फिर से करवट ली और आकाश में बादलो के साथ धूल भी जमा दिखाई दी।
इस समय गेहूं कटाई का सीजन चरम है। मंडियों में गेहूं की आवक तेजी से हो रही है। ऐसे हालात में मौसम कृषि कार्यों में खलल डाल रहा है। पिछले दिनों हुई बारिश ने कृषि कार्यों पर ब्रेक लगा दिए थे। किसान अपनी फसलों को तेजी से समेटने की कोशिश कर रहा है। अब फिर मौसम खतरा बन कर मंडराने लगा है। किसानों का कहना है कि अब बारिश फसलों के लिए नुकसानदायक है। मौसम वैज्ञानिक डा. राजेश ने बताया कि पश्चिमी विक्षोभ के असर के चलते मौसम परिवर्तनशील बना हुआ है। तापमान में हलकी गिरावट आएगी।
किसान मौसम को ध्यान मे रख कर कृषि कार्य करें। वहीं गेहूं फसल का सीजन चरम पर है। मौसम फिर से खतरा बन कर फसलों पर मंडरा रहा है। मौसम के बदले तेवरों ने किसानो को परेशानी में डाला हुआ है। बीती रात बारिश के साथ चली तेज आंधी से कई स्थानों पर पेड़ तथा बिजली के पोल टूट कर गिर गए। कुछ स्थानों पर शनिवार दोपहर को बिजली आपूर्ति बहाल हो पाई। वहीं मंडियों में पड़ी गेहूं भी भीग गई। शनिवार को भी आकाश में बादलों के साथ धूल जमा दिखाई दी। शनिवार को अधिकतम तापमान 40 डिग्री तथा न्यूनतम तापमान 23 डिग्री दर्ज किया गया। मौसम में आद्रता 23 प्रतिशत तथा हवा की गति 13 किलोमीटर प्रति घंटा दर्ज की गई। मौसम विभाग के अनुसार मौसम में उतार-चढ़ाव बना रहेगा। तापमान मे मामूली गिरावट आएगी।
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हिन्दुस्थान समाचार / विजेंद्र मराठा