गुरुग्राम: एनईपी-2020 देश की शिक्षा प्रणाली में परिवर्तनकारी बदलाव ला रही: पवन शर्मा

-गुरुग्राम विवि में राष्ट्रीय शिक्षा नीति-2020: भारतीय शिक्षा, संस्कार, मूल्य और आपके सुझाव विषय पर हुआ परामर्श सम्मेलन

-छह जिलों के सभी विश्वविद्यालयों और कॉलेजों, स्कूलों के प्राचार्य, छात्र, शिक्षक और अकादमिक लीडर्स ने लिया भाग

गुरुग्राम, 12 जनवरी (हि.स.)। एनईपी के प्रभावी कार्यान्वयन के लिए छात्रों, शिक्षकों और अकादमिक लीडर्स, आम जनता से सुझाव आमंत्रित करने के उदेश्य से गुरुग्राम यूनिवर्सिटी में रविवार काे एक दिवसीय परामर्श सम्मेलन आयोजित किया गया। इस मौके पर सामाजिक कार्यकर्ता एवं वरिष्ठ शिक्षाविद् प्रो. डीपी भारद्वाज, माध्यमिक शिक्षा हरियाणा के निदेशक डॉ. जितेन्द्र दहिया, विधायक मुकेश शर्मा, भाजपा जिला अध्यक्ष कमल यादव विशिष्ठ अतिथि एवं हरियाणा केंद्रीय विश्वविद्यालय के निदेशक आईक्यूएसी प्रोफेसर पवन शर्मा ने मुख्य वक्ता के रूप में शिरकत की। जीयू के कुलसचिव डॉ. राजीव कुमार सिंह भी उपस्थित रहे। सम्मलेन का शुभारम्भ अतिथियों द्वारा मां सरस्वती की प्रतिमा के समक्ष दीप प्रज्जवलन कर किया गया। राष्ट्रीय शिक्षा नीति-2020: भारतीय शिक्षा, संस्कार, मूल्य और आपके सुझाव विषय पर आयोजित इस सम्मेलन में फरीदाबाद, महेंद्रगढ़, रेवाड़ी, गुरुग्राम, पलवल, नूहं के सभी विश्वविद्यालयों और कॉलेजों, स्कूलों के प्राचार्य, छात्र, शिक्षक और अकादमिक लीडर्स ने भाग लिया। सभी ने अपने संस्थानों में लागू की गयी एनईपी-2020 के विभिन्न प्रमुख बिंदुओं के बारे में बताया।

मुख्य वक्ता प्रोफेसर पवन शर्मा ने कहा कि हरियाणा राष्ट्रीय शिक्षा नीति, 2020 के कार्यान्वयन में अग्रणी राज्य रहा है। उन्होंने एनईपी के प्रभावी कार्यान्वयन के लिए राज्य सरकार के परामर्श सम्मेलन अभियान की सराहना करते हुए कहा कि एनईपी-2020 देश की शिक्षा प्रणाली में परिवर्तनकारी बदलाव ला रही है। उन्होंने आगे कहा कि विकसित भारत 2047 के सपने को पूरा करने में एनईपी 2020 का अहम रोल है।

विशिष्ठ अतिथि प्रो. डीपी भारद्वाज ने कहा कि एनईपी-2020 सीखने के परिदृश्य को बदलने, देश के जनसांख्यिकीय लाभांश का उपयोग करने, आबादी को सशक्त बनाने और सामाजिक-आर्थिक विकास को गति देने की आशा का प्रतीक है। विधायक मुकेश शर्मा ने छात्रों और शिक्षकों के बीच भारतीय ज्ञान प्रणाली को बढ़ावा देने में राष्ट्रीय शिक्षा नीति को महत्वपूर्ण बताया। इस मौके पर स्वामी विवेकानंद जयंती भी मनाई गयी। जानकारी दी गई कि एनईपी के प्रभावी कार्यान्वयन हेतु सभी से सुझाव आमंत्रित करने के लिए एक पोर्टल भी तैयार किया गया है, जिसे रविवार को कुरुक्षेत्र विश्वविद्यालय से लॉन्च किया गया। इसके पश्चात अब राज्य स्तरीय कार्यकारी समितियां और जिला स्तरीय कार्यकारी समितियां नियमित रूप से एनईपी के कार्यान्वयन की प्रगति की देखरेख करेंगी।

हिन्दुस्थान समाचार / ईश्वर हरियाणा

   

सम्बंधित खबर