बोकारो, 17 नवंबर (हि.स.) । सदर पंचायत नावाडीह स्थित आदर्श ग्राम विकास सेवा समिति की ओर से संचालित समेकित बिरसा ग्राम विकास योजना सह कृषक पाठशाला में रविवार को 50 किसानों के बीच सरसों, चना, गेहूं और सब्जियों की उन्नत किस्मों के बीज का वितरण किया गया।
यह कार्यक्रम भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद (आईसीएआर) गोरिया करमा, हजारीबाग के सहयोग से आयोजित किया गया। बीज वितरण का कार्य आईसीएआर के निदेशक विशाल नाथ पांडेय, सीसीएल पर्यावरण विभाग के अच्युतानंद प्रसाद, वरिष्ठ वैज्ञानिक कृष्ण प्रकाश, सतीश कामत और समिति के सचिव बासुदेव शर्मा ने संयुक्त रूप से किया।
मौके पर निदेशक विशाल नाथ पांडेय ने कहा कि कृषि क्षेत्र तेजी से आधुनिक हो रहा है और देशभर में किसान उन्नत बीज, वैज्ञानिक पद्धति और आधुनिक तकनीक अपनाकर अपनी उत्पादकता बढ़ा रहे हैं। उन्होंने कहा कि नावाडीह जैसे ग्रामीण क्षेत्रों में ऐसे कार्यक्रम किसानों को नई जानकारी देने और उनकी आय बढ़ाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं। उन्होंने किसानों को आधुनिक कृषि उपकरणों का उपयोग, बीज चयन, मिट्टी परीक्षण, उर्वरक प्रबंधन और जल संरक्षण के प्रति जागरूक रहने की सलाह दी।
सीसीएल के अच्युतानंद प्रसाद ने युवा पीढ़ी की खेती से दूर होने पर चिंता व्यक्त की। उन्होंने कहा कि ग्रामीण युवाओं को कृषि को रोजगार और उद्यमिता के रूप में अपनाने के लिए प्रेरित करना होगा। यदि युवा खेती की ओर लौटते हैं तो इससे उनकी आर्थिक स्थिति मजबूत होगी और गांवों की आत्मनिर्भरता भी बढ़ेगी। समिति के सचिव बासुदेव शर्मा ने बताया कि कृषक पाठशाला के माध्यम से किसानों को वैज्ञानिक विधि से खेती करने का प्रशिक्षण दिया जा रहा है, जिससे वे आत्मनिर्भर किसान बन सकें। उन्होंने कहा कि नावाडीह कृषि उत्पादक प्रोड्यूसर कंपनी लिमिटेड का गठन किया गया है, जो किसानों को समय–समय पर विभिन्न लाभ प्रदान कर रही है। आने वाले दिनों में किसानों को बड़े पैमाने पर खेती से जोड़ने की योजना भी तैयार की जा रही है।
कार्यक्रम में बड़ी संख्या में किसान मौजूद थे,
हिन्दुस्थान समाचार / अनिल कुमार



