हरियाणा के नूह में सीआईएसएफ की दो बटालियन की स्थापना

नई दिल्ली, 28 जनवरी (हि.स.)। महिलाओं के प्रतिनिधित्व और परिचालन क्षमता को सुदृढ़ करने की दिशा में एक ऐतिहासिक पहल के तहत, केंद्रीय औद्योगिक सुरक्षा बल (सीआईएसएफ) हरियाणा के नूह में अपनी पहली महिला रिजर्व बटालियन स्थापित करने जा रहा है। यह कदम 11 नवंबर 2024 को गृह मंत्रालय (एमएचए) द्वारा इस उद्देश्य के लिए 1,025 पदों के सृजन की मंजूरी के बाद उठाया गया है।

दिल्ली स्थित सीआईएसएफ मुख्यालय से मंगलवार को मिली जानकारी के अनुसार हरियाणा सरकार ने नूह में 50 एकड़ भूमि आवंटित की है, जिसका सीआईएसएफ ने मूल्यांकन किया और इसे महिला बटालियन की स्थापना के लिए उपयुक्त पाया। इसके बाद, इस स्थान पर बटालियन की स्थापना के लिए प्रस्ताव गृह मंत्रालय के समक्ष प्रस्तुत किया और इस पर 24 जनवरी, 2025 को स्वीकृति प्राप्त हुई।

दिल्ली एनसीआर क्षेत्र में सीआईएसएफ की प्रमुख इकाइयां शामिल हैं:

-इंदिरा गांधी अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डा (आईजीआई)

-दिल्ली मेट्रो रेल कॉर्पोरेशन (डीएमआरसी)

- संसद भवन परिसर

- केंद्र सरकार भवन सुरक्षा

इन संवेदनशील इकाइयों को विशेष रूप से हाई-अलर्ट स्थितियों में महिला कर्मियों की अतिरिक्त तैनाती की आवश्यकता होती है। इसके अलावा, आगामी जेवर अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे के परिचालन में आने से महिला सुरक्षा कर्मियों की मांग और अधीक बढ़ने की संभावना है। नूह में महिला बटालियन की स्थापना न केवल लागत प्रभावी होगी बल्कि परिचालन रूप से भी व्यवहारिक रहेगी। इससे सीआईएसएफ अपनी एनसीआर-आधारित इकाइयों की आवश्यकताओं के अनुरूप प्रशिक्षित महिला कर्मियों की त्वरित तैनाती सुनिश्चित कर सकेगा। यह बटालियन आधुनिक सुरक्षा उपकरणों और संसाधनों से सुसज्जित होगी, जिससे इसकी दक्षता और प्रभावशीलता में वृद्धि होगी।

इसके अतिरिक्त, सीआईएसएफ ने हाल ही में गृह मंत्रालय की मंजूरी से हरियाणा के नूह स्थित इंद्री गांव में एक अलग भूमि का अधिग्रहण किया है, जहां इसकी पहली रिजर्व बटालियन को स्थानांतरित किया जाएगा। वर्तमान में यह बटालियन अस्थायी रूप से मध्य प्रदेश के बडवाहा में स्थित है। दोनों बटालियनों की

निकटता सीआईएसएफ की परिचालन क्षमता को और अधिक सुदृढ़ बनाएगी, जिससे वह दिल्ली-एनसीआर क्षेत्र की संवेदनशील इकाइयों की आवश्यताओं को और प्रभावी रूप से पूरा कर सकेगा। नूह में प्रथम रिजर्व बटालियन और महिला रिजर्व बटालियन की यह दोहरी स्थापना न केवल परिचालन को सुव्यवस्थित करेगी, बल्कि पूरे क्षेत्र में महत्वपूर्ण प्रतिष्ठानों की सुरक्षा सुनिश्चित करने में सीआईएसएफ की तत्परता और दक्षता को भी बढ़ाएगी।

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