
बीकानेर, 8 अप्रैल (हि.स.)। श्रीडूंगरगढ़ के पूर्व विधायक और वरिष्ठ भाजपा नेता किशनाराम नाई का सोमवार देर रात 93 वर्ष की आयु में निधन हो गया। वे पिछले कुछ समय से अस्वस्थ चल रहे थे। उनका अंतिम संस्कार मंगलवार दोपहर 2 बजे कालू रोड स्थित मोक्षधाम में किया जाएगा।
मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा ने किशनाराम नाई के निधन पर गहरी शोक संवेदना व्यक्त करते हुए कहा कि वे एक संघर्षशील, कर्मठ और जमीनी नेता थे, जिन्होंने अपना पूरा जीवन जनसेवा और संगठन निर्माण को समर्पित किया। मुख्यमंत्री ने ईश्वर से दिवंगत आत्मा की शांति और शोकाकुल परिजनों को संबल प्रदान करने की प्रार्थना की।
किशनाराम नाई तीन बार विधायक रहे और दो जिलों—चूरू और बीकानेर में भाजपा के देहात अध्यक्ष पद की जिम्मेदारी संभाली। वे पूर्व मुख्यमंत्री भैरोंसिंह शेखावत के नजदीकी माने जाते थे। वर्ष 1990 में कुंभाराम आर्य को हराकर वे पहली बार विधानसभा पहुंचे और राजनीतिक पहचान बनाई। वर्ष 1993 में शेखावत सरकार पर संकट के समय उन्होंने अहम भूमिका निभाई।
एक जनवरी 1935 को जन्मे नाई ने 1956 में नगर पार्षद के रूप में अपना राजनीतिक जीवन शुरू किया। वे पार्षद, नगर उपाध्यक्ष और सभापति भी बने। आगे चलकर विधायक मोहनलाल शर्मा के सहयोगी बने और उनके साथ जयपुर आने-जाने के दौरान भैरोंसिंह शेखावत से संपर्क में आए।
1980 में भाजपा के गठन के बाद शेखावत ने उन्हें चूरू जिले की संगठनात्मक जिम्मेदारी दी। वे पार्टी के संस्थापक सदस्यों में शामिल रहे और विभिन्न पदों पर रहते हुए भाजपा को मज़बूत करते रहे। वे प्रदेश मंत्री, लोकसभा व विधानसभा चुनावों के प्रभारी और 14 वर्षों तक पिछड़ा वर्ग समाज के प्रदेश अध्यक्ष भी रहे। पार्टी से कई बार टिकट नहीं मिलने के बावजूद वे हमेशा कांग्रेस विरोधी राजनीति में सक्रिय बने रहे। उनके निधन पर भाजपा में शोक की लहर है।
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हिन्दुस्थान समाचार / अखिल