पारिवारिक विवाद का हल सामाजिक तरीके से बेहतर किया जा सकता है : पुलिस आयुक्त

गौतमबुद्ध नगर, 4 सितंबर (हि.स.)। पारिवारिक विवाद एक सामाजिक समस्या है। इसे पुलिस के तरीके से नहीं सामाजिक तरीके से अच्छी तरह से निपटाया जा सकता है। यह बातें गौतमबुद्ध नगर की पुलिस आयुक्त लक्ष्मी सिंह ने कही। पुलिस कमिश्नर ने कहा कि रिश्तों को तोड़ना आसान है लेकिन उन्हें बनाए रखना चुनौतीपूर्ण होता है। उन्होंने जोर देकर कहा कि परिवार में पति-पत्नी दोनों को एक-दूसरे के त्याग और मेहनत को समझना चाहिए। परिवार के टूटने का नकारात्मक प्रभाव सभी सदस्यों पर पड़ता है।

पुलिस आयुक्त लक्ष्मी सिंह ने गुरुवार को गलगोटिया विश्वविद्यालय और नोएडा पुलिस के संयुक्त प्रयास से बनाए गए सेंट्रल जोन के चेरी काउंटी के पास स्थित तीसरे फैमिली डिस्प्यूट रेजोल्यूशन क्लीनिक का उद्घाटन किया। उन्होंने कहा कि इस तरह के दो सेंटर पहले से नोएडा में चल रहे हैं। उन्होंने बताया कि एफडीआरसी की काउंसलिंग की वजह से घरेलू हिंसा और परिवार टूटने की दर में अप्रत्याशित कमी आई है। उन्होंने बताया कि 95 प्रतिशत सफलता इस संस्थान ने पाई है। उन्होंने कहा कि तीसरे एफडीआरसी केंद्र के शुरू होने से पारिवारिक समस्याओं को निपटान में पुलिस को काफी सहयोग मिलेगा। उन्होंने कहा कि यहां पर मनोवैज्ञानिक, कानून के जानकार, पुलिस के लोग, वैज्ञानिक और काउंसलर सभी की एक संयुक्त टीम विवाद से ग्रस्त दंपति को एक अच्छे और सौहार्दपूर्ण माहौल में बैठाकर बातचीत करते हैं, जिसकी वजह से उनकी आधी समस्याएं स्वतः दूर हो जाती हैं।

इस अवसर पर गलगोटिया विश्वविद्यालय के कुलपति सुनील गलगोटिया, अपर पुलिस आयुक्त कानून व्यवस्था राजीव नारायण मिश्रा, सेंट्रल जोन के डीसीपी शक्ति मोहन अवस्थी, पुलिस उपायुक्त महिला सुरक्षा प्रीति यादव, प्रभारी पुलिस उपायुक्त यातायात मनीषा सिंह, अपर पुलिस उपायुक्त शैव्या गोयल सहित भारी संख्या में गणमान्य लोग मौजूद थे।

हिन्दुस्थान समाचार / सुरेश चौधरी

   

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