फरीदाबाद, 11 जनवरी (हि.स.)। फरीदाबाद पुलिस ने साइबर क्राइम पर नकेल कसते हुए इस सप्ताह साइबर अपराध के 22 मुकदमों में 35 आरोपी गिरफ्तार कर 9 लाख 40 हजार 999 रूपए बरामद किए। पुलिस ने 1412 शिकायतों निस्तारण करते हुए 42 हजार रुपए रिफंड कराए है। पुलिस प्रवक्ता ने शनिवार काे बताया कि 4 से 10 जनवरी तक फरीदाबाद पुलिस की तीनों साइबर थाना की टीम ने 22 मुकदमों को सुलझाते हुए 35 आरोपीयों को गिरफ्तार किया है। जिसमें साइबर थाना एनआईटी के पांच, साइबर थाना सेंट्रल के 10 और साइबर थाना बल्लबगढ़ के 07 मामले शामिल है। मामलो में कार्रवाई करते हुए 9 लाख 40 हजार 999 रूपए बरामद किए गए हैं तथा 1412 शिकायतों का निस्तारण कर 42000/- रुपए रिफंड कराए गए हैं। गिरफ्तार आरोपियाें में अरमान अंसारी, अभिषेक बंसल, मुकेश बंसल, साहिल, अमन, सुरेंद्र सिंह, अनिल, शंकर साहू, दीपक, ललित, दीपक लखरान, विष्णु सागर, दीपक जांगिड़, सोनू, जसराम, राजस्थानी रामजीलाल, राजीव धींगरा, प्रेम, रमेश तुली, अशोक कुमार, अंकुश, यशवंत, अंशुल, राकेश कुमार, दिव्यांशु, मोहित कुमार, रियाज, दीपक वाल, अरशद, प्रिंस, विक्रम, सुखबीर उर्फ छोटू, रवि उर्फ रब्बा व गगन का नाम शामिल है। पुलिस प्रवक्ता ने कहा कि साइबर फ्रॉड के मामले में पाया गया है कि साइबर फ्रॉड का कारण, लोगों द्वारा लालच दिखाना व जागरूक न होना है। साइबर ठग शिकायतकर्ता को कम समय में पैसे कमाने का लालच देता है जिसमें शेयर मार्केट में निवेश करना, लकी ड्रा निकलना, खाते में पैसे जमा होने बारे लिंक भेजकर गुमराह करना इत्यादि शामिल है। इसके अलावा आजकल डिजिटल अरेस्ट की धमकी देकर साइबर ठगी की जा रही है, जिसमें ठग पुलिस, कस्टम विभाग, आयकर विभाग, सीबीआई इत्यादि सरकारी विभागों के अधिकारी बनकर लोगों को किसी न किसी झूठे मामले में फंसा होने की सूचना देते हैं और किसी से भी बात न करने के लिए कहते हैं, मामले के बारे में किसी को बताने पर जेल में बंद करने की बात करते हैं।
हिन्दुस्थान समाचार / -मनोज तोमर