झुंझुनू, 1 फ़रवरी (हि.स.)। झुंझुनू जिले में किसानों की विशिष्ट फार्मर आईडी बनेगी। यह आईडी 11 अंकों की होगी। राज्य सरकार द्वारा किसानों के लिए इसी महीने से प्रदेश में एग्रीस्टेक योजना शुरू कर रही है। इसको लेकर 5 फरवरी से ग्राम पंचायत पर शिविर लगाए जाएंगे। झुंझुनू जिले में 13 तहसीलों में 330 ग्राम पंचायत के अंदर ये कैंप लगाए जाएंगे। योजना के अंतर्गत किसानों की जानकारी का व्यापक डेटाबेस तैयार करते हुए प्रत्येक किसान को 11 अंकों की विशिष्ट फार्मर आईडी प्रदान की जाएगी। इससे किसानों को केंद्र एवं राज्य सरकार की कल्याणकारी योजनाओं का लाभ पहुंचाने में सुगमता एवं पारदर्शिता आएगी।
जिला कलेक्टर रामवतार मीणा ने बताया कि एग्रीस्टेक योजना का उद्देश्य किसानों के लिए सस्ता ऋण, उच्च गुणवत्ता वाले कृषि इनपुट, स्थानीयकृत और विशिष्ट सलाह और बाजारों तक अधिक सूचित और सुविधाजनक पहुंच प्राप्त करना एवं आसान बनाना है। उन्होंने बताया कि किसानों द्वारा उक्त आईडी बनवाने के लिए आधार कार्ड, आधार से लिंक मोबाइल नम्बर एवं जमाबंदी की अद्यतन प्रति लाना आवश्यक होगा। एग्री स्टेक योजना के तहत चरणबद्ध रूप से 5 फरवरी से ग्राम पंचायत स्तर पर फार्मर रजिस्ट्री के लिए शिविर लगाए जाएंगे। सभी किसानों को एग्रीस्टेक कृषि से जोड़ा जाएगा, ताकि कोई भी किसान सरकार की कल्याणकारी योजनाओं से वंचित न रहे।
एग्रीस्टेक योजना के अंतर्गत किसान का नाम, पिता का नाम, उसके स्वामित्व वाले खेत का खसरा नम्बर, उसके हिस्से वाले खेत का खसरा नम्बर, मोबाइल नम्बर और आधार नम्बर को एकत्र कर एक कम्पलीट डाटाबेस तैयार किया जाएगा। किसानों को डाटाबेस तैयार होने के बाद पीएम किसान सम्मान निधि की किश्त आसानी से मिलना, फसल बीमा का लाभ, खराबे की स्थिति में किसानों का चिन्हीकरण, न्यूनतम समर्थन मूल्य पर खरीद के लिए किसानों का स्वतः रजिस्ट्रेशन एवं अन्य किसान कल्याणकारी योजनाओं में लाभ मिलेंगे। इसके अंतर्गत राष्ट्रीय स्तर पर डेटा तैयार करने से लेकर पीएम किसान सम्मान निधि योजना, किसान क्रेडिट कार्ड योजना सहित अन्य कल्याणकारी योजनाओं एवं सेवाओं तक किसानों की पहुंच आसान हो सकेगी।
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हिन्दुस्थान समाचार / रमेश