
उदयपुर, 27 दिसंबर (हि.स.)। भारतीय किसान संघ और राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ से जुड़े प्रखर किसान नेता हीरालाल जाट लोल का शुक्रवार तड़के हृदयगति रुक जाने से निधन हो गया। वे 57 वर्ष के थे। उनके निधन से मावली क्षेत्र में शोक की लहर है।
उदयपुर जिले के मावली उपखंड मुख्यालय के निवासी हीरालाल जाट बाल्यकाल से ही संघ के स्वयंसेवक के रूप में सक्रिय थे। उन्होंने राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ और इसके विविध प्रकल्पों में महत्वपूर्ण योगदान दिया। भारतीय किसान संघ के विभिन्न दायित्वों का निर्वहन करते हुए वे किसानों के अधिकारों के लिए हमेशा संघर्षरत रहे।
हीरालाल जाट का सबसे चर्चित आंदोलन बागोलिया नहर भरने के लिए तहसील कार्यालय के बाहर सिर मुंडवा कर किया गया प्रदर्शन था। इस साहसिक कदम ने उन्हें किसान समुदाय के बीच एक दृढ़ नेता के रूप में स्थापित किया।
गौसेवा के प्रति उनका विशेष झुकाव था। उन्होंने देशी गिर गायों की सेवा करते हुए किसानों को जैविक खेती की ओर प्रेरित किया। अपने खेतों में उन्होंने जैविक खेती के माध्यम से आदर्श प्रस्तुत किया और प्राकृतिक खेती को बढ़ावा देने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।
जाट समाज में भी उनकी गहरी पैठ थी। वे समाज के विकास और कल्याण के लिए सदैव तत्पर रहे। उनके निधन से न केवल किसान वर्ग बल्कि पूरे मावली क्षेत्र में शोक की भावना व्याप्त है।
उनके निधन पर क्षेत्र के किसान, सामाजिक कार्यकर्ता और संघ से जुड़े लोगों ने गहरी संवेदनाएं व्यक्त की हैं। उनका अंतिम संस्कार मावली गांव में शनिवार को किया जाएगा।
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हिन्दुस्थान समाचार / सुनीता