मां विंध्यवासिनी के दरबार में उमड़ा आस्था का सैलाब, चार लाख लाेगाें ने किया दर्शन

मीरजापुर, 28 जनवरी (हि.स.)। माघ कृष्ण पक्ष चतुर्दशी पर मां विंध्यवासिनी के दरबार में आस्था का महासागर उमड़ पड़ा। मंगलवार सुबह मंगला आरती के बाद से ही देरशाम तक लगभग चार लाख श्रद्धालुओं ने मां के चरणों में मत्था टेका। महाकुंभ के मद्देनजर भक्तों की संख्या में अप्रत्याशित वृद्धि देखी गई। क्षेत्र के पक्का घाट, दीवान घाट और अखाड़ा घाट पर स्नान के बाद भक्त हाथों में नारियल, चुनरी और पूजन सामग्री लेकर कतारों में खड़े रहे।

मंगलवार सुबह 10 बजे तक पुरानी और नई वीआईपी मार्ग पर श्रद्धालुओं की लंबी कतारें लग गई थीं। दिन में राजश्री आरती, शाम की संध्या आरती, और रात्रि की बड़ी आरती के बाद भी भक्तों की भीड़ में कोई कमी नहीं हुई। जयपुरिया गली और नई वीआईपी मार्ग से श्रद्धालु गर्भगृह तक पहुंचकर मां के दर्शन कर रहे थे, जबकि कोतवाली मार्ग से आने वाले झांकी दर्शन कर बाहर निकल रहे थे।

अधिकारियों ने संभाला मोर्चा

भारी भीड़ को देखते हुए मंडल आयुक्त बालकृष्ण त्रिपाठी, आईजी आरपी सिंह, जिलाधिकारी प्रियंका निरंजन, पुलिस अधीक्षक सोमेन वर्मा, और अपर जिलाधिकारी शिव प्रताप शुक्ला समेत अन्य अधिकारी विंध्यधाम में मौजूद रहे। उन्होंने दर्शन-पूजन को सुगम बनाने के लिए व्यवस्थाओं का जायजा लिया और श्रद्धालुओं को सुविधा प्रदान की।

सड़कों और वाहन स्टैंड पर दिखी भारी भीड़

मंगलवार को ज्यादातर श्रद्धालु प्राइवेट और बड़े वाहनों से विंध्यधाम पहुंचे। नटवा तिराहा से अमरावती चौराहा, काली खो, अष्टभुजा और सीताकुंड मार्ग तक वाहन खड़े रहे। क्षेत्र के स्थायी और अस्थायी वाहन स्टैंड पूरी तरह भरे हुए थे। प्रयागराज मार्ग पर वाहनों की लंबी कतारें जाम का कारण बनीं।

   

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