भालू प्रभावित गांवों में अतिरिक्त कर्मचारी तैनात करे वन विभाग : जिलाधकारी

उत्तरकाशी, 30 नवंबर (हि.स.)। जिलाधकारी प्रशांत आर्य ने जिले में लगातार बढ़ रहे भालुओं के हमलों को लेकर वन विभाग को प्रभावित क्षेत्रों में अतिरिक्त कर्मचारी तैनात करने के निर्देश दिए हैं। साथ ही मानव वन्यजीव संघर्ष को रोकने के लिए जनजागरुकता,आपदा प्रबंधन और पर्यावरणीय सतर्कता को जनभागीदारी से जोड़कर सामूहिक प्रयास करने पर जोर दिया।

जिलाधिकारी ने कहा कि भालुओं के हमले की बढ़ती घटनाओं पर ग्रामीण और वन्य क्षेत्र से लगे आबादी वाले क्षेत्र में नागरिकों की सुरक्षा जिला प्रशासन की प्राथमिकता है। जिसके लिए सभी आवश्यक कदम उठाए जा रहे हैं।

जिलाधिकारी ने डीपीआरओ को ग्राम पंचायतों में स्थानीय बैठकों के माध्यम से भालू के हमले से बचाव के लिए नागरिकों को जागरूक करने के निर्देश दिए।

जिलाधिकारी ने वन्यजीव संघर्ष की घटनाओं पर ग्राम स्तर पर स्वयंसेवक समूह का गठन करने और ऐसी किसी भी घटना के बारे में वन विभाग एवं प्रशासन को तुरंत सूचना उपलब्ध कराने को कहा।

वन विभाग ने कोटबंगला में भटवाड़ी के भालू प्रभावित क्षेत्र के ग्रामीणों और पंचायत प्रतिनिधियों के साथ कार्यशाला का आयोजन किया। कार्यशाला में ग्रामीणों ने भालू सेअतिरिक्त सावधानियां बरतने की अपील की गई। वहीं भालू से परेशान लोगों ने अतिरिक्त कर्मचारी तैनात करने की मांग की। अधिकारियों के सामने भालू के हमलों की जानकारी दी। प्रभागीय वनाधिकारी डीपी बलूनी ने कहा कि जलवायु परिवर्तन के कारण पहाड़ों में भालुओं का जीवन चक्र बदल गया है। कम बर्फबारी और समय पर ठंड नहीं होने से भालू की नींद उड़ गई है। इसलिए भालू आबादी वाले क्षेत्रों का रुख कर रहा है।

बैठक में पंचायत प्रतिनिधियों ने भालू प्रभावित गांवों में फायर सीजन की तर्ज पर अतिरिक्त कर्मचारी तैनात करने की मांग की। बैठक में वन चेतना केंद्र कोटबंगला में ब्लॉक प्रमुख ममता पंवार,जिला पंचायत सदस्य कुलदीप नेगी,पूर्व प्रधान अनिल रावत, रेंजर मुकेश रतूड़ी सहित अन्य मौजूद रहे।

हिन्दुस्थान समाचार / चिरंजीव सेमवाल

   

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