मूंगफली की खरीद में कम्पनियों की गड़बड़ी, गरौठा विधायक ने सहकारिता मंत्री से की शिकायत

झांसी, 20 फ़रवरी (हि.स.)। गरौठा विधायक जवाहर राजपूत ने सहकारिता मंत्री से मुलाकात कर मूंगफली की खरीद में की गई गड़बडियों की शिकायत की है। उन्होंने किसानों की ओर से लगाए जा रहे आरोपों पर ध्यान आकर्षित करते हुए बताया कि झांसी में बड़ी-बड़ी कम्पनियां किसानों से मूंगफली न खरीद कर व्यापारियों से खरीद रही हैं। इसकी जांच कराया जाना जरूरी है।

उत्तर प्रदेश सरकार के सहकारिता मंत्री जेपीएस राठौर को दिए पत्र में गरौठा विधायक जवाहर राजपूत ने बताया कि झांसी में इस वर्ष खरीफ फसल में किसानों द्वारा मूंगफली की पैदावार बहुतायत में की गयी है। भारत सरकार की नेफेड, एनसीसीएफ के माध्यम से दलहन एवं तिलहन की खरीद प्रदेश की यूपीएसएस, पीसीएफ, पीसीयू जैफेड संस्थाओं द्वारा की जाती है। केन्द्र सरकार द्वारा समर्थन मूल्य निर्धारित किया गया है। बाजार में भाव कम होने के कारण छोटे-छोटे किसानों को उनकी उपज का वाजिब दाम नहीं मिलने पर अपनी उपज को औने पौने दाम में बेंचा गया है। किसानों को सरकारी क्रय केन्द्रों के बजाय बाजार में बेचने पर 2000-2500 प्रति कुन्टल नुकसान भी हुआ है। क्रय केन्द्र बिलम्ब से खुलने के कारण किसानों की उपज की खरीद नहीं हो पायी और किसानों को उनकी उपज का वाजिब दाम नहीं मिल पाया।

गरौठा विधायक जवाहर राजपूत ने पत्र में बताया कि इनोवेट मल्टी स्टेट सोसाइटी, अधीसा एग्रो प्रोड्यूसर कम्पनी, एबीएन मल्टीस्टेट एग्रो मल्टी स्टेट, इन्द्र इन्फ्रा कृषि उत्पादन एवं विपरण सहकारी समिति लि०, सौर चंदन कृषि विकास सहकारी सोसाइटी, काशी एग्रोपरपज कॉपरेटिव सोसाइटी, किसान कृषि कल्याण सहकारी समिति आदि मल्टीस्टेट कंपनियां नोएडा, बनारस, लखनऊ की बड़ी-बड़ी कम्पनियों को क्रय केन्द्र खोलने का मौका दिया गया था, जिससे अधिकांश बड़ी-बड़ी कम्पनियों ने भोजला एवं चिरगांव मण्डियों में व्यापारियों से मूंगफली अधिक खरीदी गई और किसानों से न के बराबर खरीद की गई। विधायक ने किसानों द्वारा लगाए जा रहे आरोपों के आधार पर सहकारिता मंत्री को बताया कि केन्द्र प्रभारियों द्वारा व्यापारियों से लगातार खरीद की गई।

केन्द्र प्रभारियों द्वारा यह कहकर किसान से खरीदा गया था कि उपर भी पैसा देना पड़ता है, जिसके लिये प्रति कुण्टल 1000 से 1500 रूपये वसूला गया जो किसान पैसे नहीं देता उसकी मूंगफली मानक के अनुसार न होने का बहाना बनाकर उसे वापस कर दिया गया। विधायक ने बताया कि केन्द्र प्रभारियों के उक्त रवैये के कारण किसानों को समर्थन मुल्य का लाभ नहीं मिल पाया है। किसी क्रय केन्द्रों में मौके पर कहीं खरीद नहीं कि गयी है। विधायक ने कहा कि मूंगफली की खरीद में पांच लाख कुन्टल से ज्यादा खरीद हुयी है। इसमें अधिकांश व्यापारियों से ही खरीद की गयी है।

गरौठा विधायक जवाहर राजपूत ने सहकारिता मंत्री को पत्र सौंपते हुए झांसी में मूंगफली की खरीद में बड़ी गड़बड़ी की जांच एवं बड़ी-बड़ी कम्पनियां किसानों से न खरीद कर व्यापारियों से खरीद किये जाने की जांच कराने का अनुरोध किया। दोषी कम्पनियों को ब्लैकलिस्ट करने की मांग की।

हिन्दुस्थान समाचार / महेश पटैरिया

   

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