जूनागढ़ में गिरनार रोपवे तेज हवाओं के कारण राेकी गई

- एडवांस बुकिंग करने वाले यात्रियों को मैसेज भेजकर दी गई जानकारी

जूनागढ़, 28 दिसंबर (हि.स.)। एशिया के सबसे बड़े टैम्पल रोपवे गिरनार पर्वत की राेपवे सेवा राेका गया है। यह निर्णय बीते चार दिनों से 50-55 किलोमीटर प्रति घंटे गति से चल

रही हवाओं के चलते लिया गया है। तेज हवाओं से रोपवे सेवा संचालन में कठिनाई आ रही थीं।

उषा ब्रेको कंपनी द्वारा संचालित रोपवे के जूनागढ़ रेसीडेंट मैनेजर कुलबीरसिंह बेदी ने बताया कि तेज हवाओं के कारण फिलहाल रोपवे सेवा काे राेका गया है। जिन लोगों ने एडवांस बुकिंग कराया था, उन्हें संदेश भेज कर इसकी जानकारी दे दी गई है। रविवार से यदि गिरनार पर्वत पर हवा की रफ्तार कम रहेगी तो सेवा का संचालन दाेबारा शुरू किया जाएगा।

जानकारी के अनुसार जूनागढ़ जिले के भवनाथ तलहटी से गिरनार पर्वत पर अंबाजी मंदिर की दूरी करीब 2.3 किलोमीटर है। लेकिन यह ऊंचे पहाड़ पर स्थित है जिसके लिए यात्रियों को 5500 सीढ़ियां चढ़नी पड़ती थीं। इसमें करीब 3-4 घंटों का समय लगता था। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने 24 अक्टूबर 2020 में इस रोपवे सेवा का ई-लोकार्पण किया था। प्रधानमंत्री के ड्रीम प्रोजेक्ट में शामिल इस राेपवे को करीब 100 करोड़ रुपये की लागत से पूरा किया गया था। गिरनार रोपवे सेवा शुरू होने से पर्यटकों का ध्यान जूनागढ़ के विख्यात गिरनार पर्वत के प्रति बढ़ा है।

---------------

हिन्दुस्थान समाचार / बिनोद पाण्डेय

   

सम्बंधित खबर