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नई दिल्ली, 17 फ़रवरी (हि.स.)। आम आदमी पार्टी के दिल्ली प्रदेश संयोजक गोपाल राय ने सोमवार को प्रदेश उपाध्यक्ष, प्रदेश संगठन मंत्री और जिलाध्यक्षों के साथ बैठक कर आगे की रणनीति तैयार की। बैठक के बाद प्रेस वार्ता कर उन्होंने कहा कि सदन के अंदर आम आदमी पार्टी के विधायक और सड़क पर पार्टी का संगठन दिल्ली की जनता के हितों की रक्षा करेगा।
उन्होंने कहा कि हम भाजपा की हर जन विरोधी नीतियों के खिलाफ आवाज उठाएंगे और दिल्लीवालों से किए सारे वादे पूरे करने के लिए उनपर दबाव बनाएंगे। गोपाल राय ने आरोप लगाते हुए कहा कि भाजपा ने चुनाव आयोग, धन, बल और छल का खुलकर इस्तेमाल किया। इसके बाद भी दिल्ली के 43.6 फीसदी मतदाता आज भी अरविंद केजरीवाल के साथ खड़े हैं।
आगे उन्होंने कहा कि दिल्ली चुनाव के नतीजे आए 10 दिन हो गए, लेकिन अभी तक भाजपा मुख्यमंत्री तय नहीं कर पाई है, जो यह बताता है कि उनके पास न तो कल कोई मुख्यमंत्री चेहरा था और न आज है। गोपाल राय ने आगे कहा कि दिल्ली विधानसभा चुनाव में दिल्ली के लोगों ने आम आदमी पार्टी को 43.6 फीसदी वोट दिया। वहीं भाजपा को 45.6 फीसद वोट दिया।
गोपाल राय आगे कहा कि आज प्रदेश उपाध्यक्ष, संगठन मंत्री और जिला अध्यक्षों के साथ बैठक की है। बैठक में हमने यह निर्णय लिया है कि संगठन पूरी ताकत के साथ दिल्ली की जनता के साथ खड़ा रहेगा। हम उनके साथ मिलकर उनका सहयोग करेंगे और अगर भाजपा किसी जन विरोधी नीति की तरफ बढ़ती है तो हम उसके खिलीफ आवाज उठाएंगे।
उन्होंने कहा कि दिल्ली में भाजपा की जो पहली सरकार बनी थी, इस बार भी उसके वही लक्षण दिख रहे हैं। ऐसे समय में दिल्ली के लोगों ने आम आदमी पार्टी को विपक्ष में बैठने की जिम्मेदारी दी है। हम विधानसभा के अंदर भी एक सकारात्मक विपक्ष की भूमिका निभाएंगे और पार्टी का संगठन मोहल्ला स्तर पर भी अपने विपक्ष की भूमिका में खड़ा होगा। आगे उन्होंने कहा कि हमें 43.6 प्रतिशत लोगों ने जो जनादेश दिया है, उनकी आकांक्षाओं और समर्थन की रक्षा करना हमारा दायित्व है। हम उसके लिए काम करेंगे। इसके लिए आज हमने निर्णय लिया है कि जिसके तहत हम संगठन के पुनर्गठन की प्रक्रिया शुरू करेंगे, ताकि जिन क्षेत्रों में हमारी कमजोरी रही है, उसे ठीक किया जा सके और उसे और मजबूत किया जा सके।
गोपाल राय ने कहा कि 19 फरवरी को पार्टी के सभी 70 विधानसभा के प्रभारी व जिला सचिव, सभी विधानसभाओं के अध्यक्ष और संगठन मंत्रियों की बैठक बुला रहे हैं। इसमें विधानसभा स्तर से सबका फीडबैक लिया जाएगा। इसके बाद 22 फरवरी को पार्टी के सभी फ्रंटल संगठन के प्रदेश पदाधिकारी, अध्यक्ष, संगठन मंत्री, उपाध्यक्ष और सचिव की बैठक करेंगे। जिसमें चुनाव के दौरान सभी की भूमिका की समीक्षा की जाएगी।
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हिन्दुस्थान समाचार / कुमार अश्वनी