गुवाहाटी, 15 अक्टूबर (हि.स.)। पूर्व सांसद तथा प्रदेश जमीयत उलेमा के नेता बदरुद्दीन अजमल ने आरोप लगाया है कि सरकार बक्फ बोर्ड की 9.7 लाख बीघा जमीन हड़पना चाहती है। अजमल आज गुवाहाटी के हातीगांव में असम प्रदेश जमीयत उलेमा के बैनर तले एक संवाददाता सम्मेलन को संबोधित कर रहे थे। केंद्र सरकार द्वारा लाए गए वक्फ संशोधन विधेयक विषय पर बुलाए गए इस संवाददाता सम्मेलन के दौरान अजमल ने इस बिल का कड़ा विरोध किया। उन्होंने कहा कि असम प्रदेश जमीयत उलेमा बक्फ बोर्ड संशोधन विधेयक के सख्त खिलाफ है। उन्होंने वक्फ की जमीन मुस्लिम समाज को सौंपने की मांग की है।
उन्होंने कहा कि सरकार बक्फ की सारी जमीन मुसलमानों को सौंप दे। यदि सरकार हमारी जमीनें हमें दे देती है तो मुस्लिम समाज के लिए शिक्षा, चिकित्सा, अनाथालय आदि की व्यवस्था हम खुद कर लेंगे। हमें सरकार का कोई एहसान नहीं चाहिए।
उन्होंने कहा कि बक्फ के पास जो जमीनें हैं, वह हमारे बाप, दादा, परदादाओं द्वारा हजारों वर्ष से दिए जा रहे जमीन हैं। कुरान और हदीस के अनुसार ऐसी मान्यता है कि यदि कोई व्यक्ति अपनी जमीनें दान करता है तो इससे उसकी आत्मा को शांति मिलेगी।
अजमल ने आरोप लगाया कि सरकार बक्फ बोर्ड की जमीन महज एक हजार रुपये के मासिक भाड़े पर फाइव स्टार होटल बनाने के लिए अंबानी और अडानी जैसे उद्योगपतियों को दे रही है। उन्होंने कहा कि नए बिल में यह प्रावधान है कि इसको लेकर अपील जिला कलेक्टर स्तर तक ही किये जा सकते हैं। अजमल ने आरोप लगाया कि सरकार ने अपने लोगों को जिला कलेक्टर और महत्वपूर्ण पदों पर बैठा रखा है, ऐसे में निश्चित ही ये पदाधिकारी पक्षपात करेंगे। इस दौरान अजमल ने सरकार पर कई संगीन आरोप लगाए।
हिन्दुस्थान समाचार / श्रीप्रकाश