- राज्यपाल ने डिब्रूगढ़ विश्वविद्यालय के शोधार्थियों से की मुलाकात
गुवाहाटी, 06 जनवरी (हि.स.)। असम के राज्यपाल लक्ष्मण प्रसाद आचार्य ने आज डिब्रूगढ़ जिले के जिला आयुक्त और सभी विभागीय प्रमुखों के साथ समीक्षा बैठक की, जिसमें सांस्कृतिक मामलों के मंत्री बिमल बोरा और ऊर्जा मंत्री प्रशांत फूकन भी मौजूद थे।
बैठक के दौरान जिला आयुक्त बिक्रम कोइरी ने जिले में चल रहे विभिन्न केंद्रीय और राज्य सरकार की योजनाओं की जानकारी दी। राज्यपाल ने पंचायत और ग्रामीण विकास, स्वास्थ्य और परिवार कल्याण, सामाजिक कल्याण, मत्स्य पालन और बागवानी विभागों की प्रगति की समीक्षा की।
राज्यपाल ने जिला अधिकारियों से वृक्षारोपण प्रयासों को प्राथमिकता देने को कहा और इसे 'अमृत सरोवर' से आंगनवाड़ी केंद्रों से जोड़ने का सुझाव दिया। उन्होंने कहा कि पौधारोपण से पर्यावरण सुरक्षा के साथ-साथ हरियाली को बढ़ावा मिलेगा।
आचार्य ने तपेदिक (टीबी) उन्मूलन के महत्व पर भी जोर दिया और संबंधित अधिकारियों से स्थानीय लोगों को 'निक्षय मित्र' बनने के लिए प्रेरित करने को कहा, ताकि टीबी उन्मूलन के राष्ट्रीय अभियान में योगदान दिया जा सके। गवर्नर ने कहा कि यह पहल असम को टीबी मुक्त बनाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगी।
बैठक के दौरान गवर्नर ने 'अमृत सरोवर' के जलाशयों के संभावित लाभ को लेकर भी चर्चा की। उन्होंने कहा कि ये जलाशय रोजगार के अवसर पैदा कर सकते हैं और क्षेत्र में हरियाली बढ़ा सकते हैं। उन्होंने मत्स्य पालन को 'अमृत सरोवर' से जोड़ने का सुझाव दिया, जिससे ग्रामीणों की आजीविका में सुधार हो सकता है।
आचार्य ने जिले में मॉडल आंगनवाड़ी केंद्रों के कार्यों का भी जायजा लिया और अधिकारियों से बाकी केंद्रों को जल्द पूरा करने का आग्रह किया, ताकि समुदाय को समय पर सेवा मिल सके। उन्होंने सभी अधिकारियों से कल्याण योजनाओं के कार्यान्वयन में किसी भी कमी को पहचानने और सुधारने की अपील की।
इससे पहले, राज्यपाल ने डिब्रूगढ़ विश्वविद्यालय के शोधार्थियों से मुलाकात की और डिब्रूगढ़ स्थित जगन्नाथ मंदिर का दौरा किया।
हिन्दुस्थान समाचार / श्रीप्रकाश