गार्डन रीच शिपबिल्डर्स ने पश्चिम बंगाल सरकार के साथ 13 हाइब्रिड फेरी बनाने के लिए समझौता किया

कोलकाता, 19 नवंबर (हि.स.)। गार्डन रीच शिपबिल्डर्स एंड इंजीनियर्स लिमिटेड (जीआरएसई) ने पश्चिम बंगाल सरकार के परिवहन विभाग के साथ 13 हाइब्रिड फेरी निर्माण के लिए एक अनुबंध पर हस्ताक्षर किए हैं। ये फेरी गंगा की सहायक नदी हुगली पर चलेंगी, जिन्हें पश्चिम बंगाल परिवहन अवसंरचना विकास निगम लिमिटेड (डब्ल्यूबीटीआईडीसीएल) संचालित करेगा।

जीआरएसई के एक अधिकारी ने बताया कि इन फेरी के निर्माण में एल्युमिनियम और फाइबर-प्रबलित पॉलिमर का उपयोग किया जाएगा। इन हाइब्रिड फेरी में बैटरी और डीजल जनरेटर द्वारा संचालित हाइब्रिड इलेक्ट्रिक प्रणोदन प्रणाली का उपयोग किया जाएगा।

फेरी निर्माण परियोजना की लागत के बारे में जानकारी देते हुए अधिकारी ने बताया कि पहले छह फेरी का निर्माण लगभग 126 करोड़ रुपये की लागत से होगा, जबकि शेष सात फेरी के निर्माण पर लगभग 100 करोड़ रुपये खर्च होने का अनुमान है।

पश्चिम बंगाल सरकार ने पहले ही जीआरएसई को आधुनिक शून्य-उत्सर्जन फेरी का प्रोटोटाइप डिजाइन करने का कार्य सौंपा था। यह प्रोटोटाइप जनवरी में सफलतापूर्वक लॉन्च किया गया और मार्च में तकनीकी रूप से स्वीकार कर लिया गया।

यह परियोजना न केवल राज्य के परिवहन अवसंरचना को मजबूत करेगी, बल्कि पर्यावरण के अनुकूल तकनीकों को अपनाने में भी एक महत्वपूर्ण कदम साबित होगी।

हिन्दुस्थान समाचार / ओम पराशर

   

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