कोकराझार (असम), 29 अक्टूबर (हि.स.)। कोकराझार जिले में मलेरिया के बढ़ते मामलों के मद्देनजर बोडोलैंट टेरिटोरियल काउंसिल (बीटीसी) के प्रमुख सचिव आकाश दीप ने स्वास्थ्य विभाग को मलेरिया-रोधी उपचार प्रक्रियाओं का सख्ती से पालन करने का निर्देश दिया है। उन्होंने परजीवी को प्रभावी रूप से समाप्त करने के लिए सभी आवश्यक कदम उठाने का भी निर्देश दिया।
बीटीसी सचिवालय में एक समीक्षा बैठक के दौरान, प्रमुख सचिव ने मलेरिया संचरण को रोकने और उच्च जोखिम वाले क्षेत्रों में स्पर्शोन्मुख वाहकों की पहचान के लिए सक्रिय मामले की पहचान और जन निगरानी प्रयासों को बढ़ाने की आवश्यकता पर जोर दिया। उन्होंने सर्कल अधिकारियों, गांवबूढ़ा, वीसीडीसी सदस्यों, वन अधिकारियों और स्वास्थ्य कर्मियों के बीच सहयोग की आवश्यकता बताई, ताकि संक्रमण-रोकथाम अभ्यासों का पालन सुनिश्चित हो और सतत सक्रिय निगरानी स्थापित हो सके।
कोकराझार जिला स्वास्थ्य समाज के संयुक्त निदेशक कार्यालय को मलेरिया मामलों पर वास्तविक समय की अपडेट के लिए एक दैनिक रिपोर्टिंग प्रणाली लागू करने के निर्देश दिए गए, ताकि जिले में किसी भी संभावित प्रकोप के समय आवश्यक कदम उठाए जा सके।
बैठक में लुंचुंग वन गांव और बालाजान ब्लॉक के सरलपारा, साथ ही दोतमा ब्लॉक के महेंद्रपुर जैसे क्षेत्रों पर ध्यान दिया गया, जहां मलेरिया संचरण की उच्च दर देखी गई है। इन क्षेत्रों में बढ़ते मलेरिया के मामलों के कारण, तत्काल हस्तक्षेप रणनीतियां प्रस्तावित की गईं, जिनमें दृश्य सहायक सामग्री लगाना, आईईसी पुस्तिकाओं का वितरण और निवासियों में जागरूकता और निवारक उपायों को बढ़ावा देने के उद्देश्य से लघु वीडियो का प्रसार शामिल है।
इस बैठक में बीटीसी के स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण सचिव अमर ज्योति बर्मन, कोकराझार की अतिरिक्त जिला आयुक्त कविता डेका, जिला स्वास्थ्य सेवा के संयुक्त निदेशक डॉ. एम. मोरल, जिला मलेरिया अधिकारी डॉ. पी. ब्रह्म, कोकराझार मेडिकल कॉलेज के सामुदायिक चिकित्सा विभाग के प्रमुख डॉ. बेनुधर नाथ और कोकराझार के सभी चार स्वास्थ्य ब्लॉकों के अधिकारी उपस्थित थे।
हिन्दुस्थान समाचार / किशोर मिश्रा