अजमेर, 11 नवम्बर(हि.स.)। नगरीय विकास मंत्री झाबर सिंह खर्रा के गत गत 8 नवंबर को अजमेर आगमन पर भाजपा विधायक अनिता भदेल द्वारा अजमेर विकास प्राधिकरण के उपायुक्त भरतराज गुर्जर के भ्रष्टाचार मामलों की शिकायत करते हुए उपयोग की भाषा को लेकर गुर्जर समाज आंदोलन पर उतर गया है। समाज के लोगों ने भदेल से माफी मंगवाने की मांग को लेकर सोमवार को कलेक्ट्रेट तक रैली निकाल कर श्रीमती भदेल का पुतला जलाया और जिला प्रशासन को ज्ञापन दिया।
समाज के प्रदेश उपाध्यक्ष कांग्रेस नेता एडवोकेट हरिसिंह गुर्जर ने रैली को संबोधित करते हुए कहा कि भदेल ने मंत्री के समक्ष आरएएस अधिकारी के लिए जिस भाषा और शैली का इस्तेमाल किया है साथ जिस तरह के भ्रष्ट आचरण होने के आरोप लगाए हैं इसके लिए भदेल या तो सबूत पेश करे या फिर समाज से माफी मांगे। हरि सिंह गुर्जर ने कहा कि भदेल के मुंह से इस तरह की भाषा वह भी मंत्री के सामने शोभा नहीं देता। उन्होंने कहा कि स्वयं भदेल मंत्री रह चुकी हैं। उन्हें सरकार के नियम कायदे कानून भी मालूम है वे स्वयं सरकार में है तो एक अधिकारी के भ्रष्ट आचरण की जांच कराकर उन्हें उनके किए की सजा दिलाई जा सकती थी फिर इस तरह सार्वजनिक रूप से भद्दी भाषा का इस्तेमाल करने आरएएस अधिकारी को मारने की धमकी मंत्री के सामने देना नहीं चाहिए था।
उल्लेखनीय है कि भदेल की शिकायत के बाद प्राधिकरण की आयुक्त नित्या ने गुर्जर को अजमेर शहर से हटाकर किशनगढ़ क्षेत्र में नियुक्त कर दिया। यानी गुर्जर को प्राधिकरण से नहीं हटाया, लेकिन अब गुर्जर समाज के कुछ लोग विधायक भदेल से खफा है। आरोप है कि भदेल ने मंत्री के समक्ष उपायुक्त गुर्जर को पीटने की धमकी दी। भरत राज गुर्जर को दी गई धमकी को कुछ लोग संपूर्ण गुर्जर समाज को धमकी मान रहे हैं, जबकि विधायक भदेल का कहना है कि उनका आशय उपायुक्त के खिलाफ विभागीय कार्यवाही करवाना था। गुर्जर समाज में सक्रिय कांग्रेस के नेेताओं ने तो यहां तक कह दिया कि यदि विधायक भदेल ने माफी नहीं मांगी तो देवली और दौसा के उपचुनावों में भाजपा को हरा दिया जाएगा। यह दोनों सीटें गुर्जर बाहुल्य मानी जाती है। उपचुनावों के परिणाम को जोड़कर यह दिखा दिया गया है कि भदेल का विरोध राजनीति से प्रेरित है।
गौरतलब है कि जो लोग भरतराज गुर्जर को मोहरा बना कर विधायक भदेल से माफी मांगने की मांग कर रहे हैं उन्हें पता ही नहीं कि आरएएस भरतराज गुर्जर की अजमेर विकास प्राधिकरण में नियुक्ति के लिए भदेल की ही सिफारिश थी। विधायक भदेल के खिलाफ राजनीतिक माहौल बनाने में कांग्रेस ही नहीं बल्कि भाजपा के कुछ नेताओं की भी भूमिका होने का भी संदेह है। अनिता भदेल संपूर्ण राजस्थान में एक मात्र एससी वर्ग की महिला विधायक हैं जो लगातार एक सीट से ही पांच बार चुनाव जीती हैंँ। इतना ही नहीं अशोक गहलोत के मुख्यमंत्री और सीपी जोशी के विधानसभा अध्यक्ष रहते हुए भदेल को सर्वश्रेष्ठ विधायक होने का पुरस्कार भी मिला है।
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हिन्दुस्थान समाचार / संतोष