गुरुग्राम: प्रख्यात गायक देबब्रत मुखर्जी ने पुराने गीतों की प्रस्तुति से बांधा समां

-सुरुचि परिवार की पांचवीं स्मारिका सुरुचि 2025 लोकार्पित

गुरुग्राम, 15 अप्रैल (हि.स.)। जिन्दगी एक सफर है सुहाना..., मेरे सपनों की रानी..., चल उड़ जा रे पंछी...जैसे गीतों की प्रस्तुति देकर प्रख्यात गायक देबब्रत मुखर्जी ने समां बांध दिया। किशोर कुमार, मोहम्मद रफी, मन्ना डे के लोकप्रिय गीतों से उनकी यादें ताजा कर दीं। देर रात तक फरमाइशी गाने का दौर चलता रहा।

अवसर था सुरुचि परिवार के तत्वावधान में आयोजित लोकार्पण समारोह एवं संगीत सजी सुरमयी शाम का। इस अवसर पर सुरुचि परिवार के संरक्षक मंडल मुख्य अतिथि के रूप में उपस्थित हुए। अंजलि श्रीवास्तव द्वारा प्रस्तुत सरस्वती वंदना और अतिथिगण द्वारा दीप प्रज्जवलन से कार्यक्रम का शुभारम्भ हुआ। सी.सी.ए. स्कूल के चेयरमैन कर्नल कुंवर प्रताप सिंह, सुप्रीम कोर्ट के पूर्व अधिवक्ता सतपाल सिंह चौहान, पूर्व कुलपति डॉ. अशोक दिवाकर, पूर्व अतिरिक्त आयुक्त कुलबीर सिंह मालिक, प्रख्यात उद्योगपति तरुण वाधवा एवं सतीश सिंगला, अध्यक्ष डॉ. धनीराम अग्रवाल, महासचिव मदन साहनी ने सुरुचि परिवार की पांचवी स्मारिका सुरुचि 2025 को लोकार्पित किया गया। गुरुग्राम की लगभग सभी सक्रिय साहित्यिक संस्थाओं सहित 131 रचनाधर्मियों की सूची संपर्क सूत्र के साथ इसमें संकलित हैं। स्मारिका का संकलन व संपादन प्रचार सचिव अनिल श्रीवास्तव ने तथा सह सम्पादन उपाध्यक्ष नरोत्तम शर्मा ने किया। रवींद्र यादव ने सराहनीय योगदान किया।

सभागार में कई संगीत, साहित्य व कला प्रेमी, शिक्षाविद्, कवि व साहित्यकार उपस्थित थे। प्रख्यात गजलकार विज्ञान व्रत, प्रसिद्ध साहित्यकार चंद्रकांता, सुनीति रावत, डॉ. मुक्ता, संगीतकार सुरिंदर रोहिल्ला, बृजमोहिनी रोहिल्ला, अनिल संदूजा, सूंदर सहरावत, दीपशिखा श्रीवास्तव, अंजू सिंह, मंजू भारती, पुष्पेंदर चौहान, आभा कुलश्रेष्ठ, रेनू मिश्रा, लोकेश चौधरी, आशा डाटा, सुशीला यादव, त्रिलोक कौशिक, राजेश्वर वशिष्ठ, शशांक शर्मा, हरीश कुमार, मीनाक्षी सक्सेना, मदन सोनी, मेघना शर्मा, राम लाल ग्रोवर, किशोर पाहुजा, आशा डाटा, बी.एल. सिंगला जैसे सम्मानित सदस्यों ने गरिमामयी उपस्थिति दर्ज की।

हिन्दुस्थान समाचार / ईश्वर

   

सम्बंधित खबर