पुलिस की सतर्कता से पकड़ा गया जल शक्ति मंत्री के फर्जी ओएसडी का खेल, मुकदमा दर्ज

जालौन, 11 मई (हि.स.)। जालौन जिले में एक झूठे दावे के साथ शुरू हुई यह फर्जी कॉल पुलिस प्रशासन के लिए बड़ी मुसीबत बन गई। एक अज्ञात व्यक्ति ने जलशक्ति मंत्री स्वतंत्र देव सिंह का ओएसडी होने का झूठा दिखावा करते हुए कुठौंद थाना प्रभारी पर दबाव डालने की कोशिश की। आरोपी ने गाँव आल में हुई मारपीट की घटना में तुरंत कार्रवाई की माँग करते हुए खुद को मंत्री का निजी सचिव बताया और पुलिस को धमकाने की कोशिश की। हालाँकि, पुलिस ने इस धोखाधड़ी को पहचान लिया और आरोपी के खिलाफ एफआईआर दर्ज कर दी, जो अभी तक फरार है।

दरअसल, पूरा मामला कुठौंद थाना क्षेत्र का है। मारपीट के एक मामले में एक अज्ञात व्यक्ति ने जलशक्ति मंत्री स्वतंत्र देव सिंह के कार्यालय से जुड़े होने का दावा करते हुए कुठौंद थानाध्यक्ष को फोन कर दबाव बनाने की कोशिश की, लेकिन थानाध्यक्ष की सतर्कता ने इस झूठ को पकड़ लिया। अब पुलिस इस फर्जीवाड़े की जांच में जुट गई है और आरोपी की तलाश जारी है।

जब कुठौंद थानाध्यक्ष अजय ब्रह्म तिवारी के मोबाइल पर एक अज्ञात नंबर से कॉल आया। फोन उठाते ही दूसरी तरफ से व्यक्ति ने खुद को जलशक्ति मंत्री स्वतंत्र देव सिंह का ओएसडी (अधिकारी विशेष) बताया। कॉलर ने ग्राम आल में बलवीर सिंह के साथ हुई मारपीट की घटना में अब तक कार्रवाई न होने पर नाराजगी जताई।

जब थानाध्यक्ष ने कॉल करने वाले से अपना नाम और आधिकारिक आईडी मांगी, तो वह आग बबूला हो गया। उसने दो टूक जवाब दिया, मैं मंत्री जी का ओएसडी हूं, आप सवाल न पूछें, तुरंत कार्रवाई करें। यह बातचीत करीब 1 मिनट 23 सेकंड तक चली।

थानाध्यक्ष अजय ब्रह्म तिवारी को इस बातचीत में कुछ संदिग्ध लगा। उन्होंने तुरंत जलशक्ति मंत्री के लखनऊ स्थित कार्यालय से संपर्क किया और ओएसडी के बारे में पूछताछ की। जांच में पता चला कि मंत्री कार्यालय में ऐसा कोई ओएसडी नियुक्त नहीं है और न ही फोन करने वाला व्यक्ति उनके कार्यालय से जुड़ा है।

पुलिस अब उस मोबाइल नंबर की कॉल डिटेल्स और लोकेशन ट्रैक कर रही है, जिससे फोन आया था। आरोपी की पहचान करने के बाद उसके खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी।

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हिन्दुस्थान समाचार / विशाल कुमार वर्मा

   

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